हैदराबाद
इस्पात मंत्रालय के नवरत्न सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम NMDC (एनएमडीसी) ने अपनी 63वीं वार्षिक आम बैठक गुरूवार को आयोजित की जिसके दौरान कंपनी द्वारा मुश्किल समय के दौरान किए गए शानदार प्रदर्शन एवं उपलब्धियों पर प्रकाश डाला । सुमित देब,अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक , एनएमडीसी लिमिटेड ने कहा कि “महामारी से कुछ नई प्रवृत्तियां उत्पन्न हुई हैं जिससे इस्पात की मांग में बदलाव आएगा । लौह एवं इस्पात उद्योग में डिजिटाइजेशन तथा ऑटोमेशन, आधारभूत सुविधाओं पर पहल, शहरी केंद्रों के पुनर्गठन एवं ऊर्जा के क्षेत्र में क्रांति के कारण उत्साह जनक अवसर उत्पन्न होंगे।एनएमडीसी में लौह अयस्क तथा इस्पात क्षेत्र में हो रहे निरंतर परिवर्तन को आत्मसात करते हुए प्रगति के रास्ते पर चलने का प्रचालन गत लचीला पन है।“
कंपनी के शेयर धारकों को विडियोकांफ्रेंस के माध्यमसे संबोधित करते हुए देब ने एनएमडीसी टीम द्वारा वित्तवर्ष 2021 में स्थापित अनेक रिकार्डों के बारे में बताते हुए सूचित किया कि कंपनी ने रूपए 15370 करोड़ के रिकार्ड टर्न ओवर की उपलब्धि हासिल की है जो कंपनी की स्थापना से अब तक सर्वाधिक है।
प्रचालनों से कर-पूर्वलाभ रूपए 8902करोड़ रहा जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के रूपए 6123 करोड़ की तुलना में 45.37 %अधिक है जब कि कर-पश्चात लाभ वित्तवर्ष 20 के रूपए 3610 करोड़ से 73.21 %बढ़ कर रूपए 6253 करोड़ हो गया है।
भारत के सबसे बड़े लौह अयस्क खनक को अंतर्राष्ट्रीय कीमतों में वृद्धि, व्ययमें तेजी तथा तेजी से बहाली के लिए सरकार द्वारा किए गए सक्रिय उपायों से लाभ मिला।देब ने बताया कि एनएमडीसी टीम ने इस महामारी की दूसरी लहर से उत्पन्न कठिनाइयों का सामना करते हुए रिकार्ड उत्पादन तथा बिक्री की उपलब्धि भी हासिल की है.
वित्त वर्ष के दौरान एनएमडीसी ने 34.15 एम टी उत्पादन तथा 33.25 एमटी की बिक्री की है जो अब का सर्वाधिक है।कंपनी ने वित्त वर्ष 22 के लिए रूपए 3720 करोड़ के पूंजी गत व्यय की योजना बनाई है।कंपनी की परियोजनाओं की प्रगति के बारे में बताते हुए सुमित देब ने अतिरिक्त स्क्रीनिंग संयंत्र, रेलवे लाइन के दोहरी करण, कन्वेयर अथवा पाइपलाइन तथा स्लरीपाइ पलाइन के उन्नयन के बारे में बताया तथा कंपनी द्वारा किए जा रहे डिजिटल परिवर्तनों पर विशेष बल दिया।
उन्होंने कहा कि “एनएमडीसी ने सूचना प्रौद्योगिकी तथा डिजिटलाइजेशन को प्राथमिकता पर रखा है जो कि इसके प्रतिस्पर्धी लाभ तथा प्रभाव कारिता के अनुरूप है ।हम आशा करते हैं कि प्रौद्योगिकी, ऑटोमेशन एवं डेटाएनालिटिक्स से हमारे व्यवसाय के सभी पहलुओं – खनिज गवेषण से खनन, लौह अयस्क के प्रसंस्करण से लेकर बिक्री एवं उत्पाद के वितरण सभी को नई ऊर्जा मिलेगी ।” एनएमडीसी कोविड-19 से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद इंटर प्राइज रिसोर्स प्लानिंग (ईआरपी) समाधान, एसएपी-एस/4 हाना को लागू करने वाला सार्वजनिक क्षेत्र का पहला उपक्रम है जिसने इसे 21 माह में व्यावसायि गतिविधियों में न्यूनतम से लेकर शून्य बाधा के साथ कार्यान्वित किया है।
एनएमडीसी में डिजिटल परिवर्तनों में फ्लीड प्रबंधन प्रणाली, धुंध वाले मौसम में दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विजन ऍनहांसमेंट प्रणाली तथा 3 डीवाल्यूमैट्रिक लेजर स्केनर शामिल हैं जिससे उत्पादकता में सुधार होगा तथा प्रचालन गत सुरक्षा बढ़ेगी।
वर्तमान वित्त वर्ष में एनएमडीसी 47एमटी उत्पादन करने कीआशा करता है। इसकोआबंटित किए गए 2 कोयला ब्लॉकों में वित्त वर्ष 22 की चौथी तिमाही से उत्पादन होगा ।वित्त वर्ष 22 की पहली तिमाहीअत्यंत उपलब्धि पूर्ण रही।एनएमडीसी ने 8.91 एमटी का उत्पादन तथा 9.45 एमटी की बिक्री की जो इसकी स्थापना से अब तक पहली तिमाही का सर्वोत्तम प्रदर्शन है।पहली तिमाही में प्रचालनों से कुल राजस्व रूपए 6512 करोड़ तथा कर पश्चात लाभ 3193 करोड़ रहा जो अब तक का सर्वोत्तम है।