नई दिल्ली | Main functions of PIB : पत्र सूचना कार्यालय, सरकार और मीडिया के बीच सूचना का मुख्य अधिकृत माध्यम है, जो ऐसे तर्कसंगत विचार पर कार्य करता है कि लोगों के जनादेश का आनंद ले रही एक लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उसकी नीतियों, कार्यक्रम और उसके कार्यों को ठीक से प्रस्तुत किया जाए और जनता को उसकी जानकारी दी जाए।
पीआईबी और अधिकारियों की भूमिका का विस्तृत विश्लेषण
Main functions of PIB : आपने पीआईबी में कार्यरत आईआईएस अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका को बहुत ही सटीकता से उजागर किया है। आइए इस विषय को और विस्तार से समझने का प्रयास करें।
पीआईबी और आईआईएस अधिकारियों की प्रमुख जिम्मेदारियां:
- सूचना का द्विदिश प्रवाह: ये अधिकारी सरकार और जनता के बीच एक सेतु का काम करते हैं। वे सरकार की नीतियों, कार्यक्रमों और उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाते हैं, साथ ही जनता की आवाज को सरकार तक पहुंचाते हैं।
- मीडिया प्रबंधन: वे विभिन्न मीडिया मंचों पर सरकार की छवि को सकारात्मक बनाए रखने के लिए काम करते हैं। मीडिया क्वेरीज़ का जवाब देना, गलत सूचनाओं का खंडन करना और सरकार की नीतियों को समझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- आईईसी रणनीति: ये अधिकारी सरकार की सूचना, शिक्षा और संचार (आईईसी) रणनीति को विकसित करने और लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- जनमत का आकलन: वे विभिन्न मीडिया मंचों पर रिपोर्टों का विश्लेषण करके सरकारी नीतियों के कार्यान्वयन और संबंधित जनमत पर जमीनी स्तर पर प्रतिक्रिया प्रदान करते हैं।
- प्रेस कॉन्फ्रेंस और ब्रीफिंग: वे मंत्रियों, सचिवों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस, प्रेस ब्रीफिंग और साक्षात्कार आयोजित करते हैं।
- विभिन्न मीडिया मंचों का उपयोग: वे प्रेस विज्ञप्ति, प्रेस नोट, फीचर लेख, फोटोग्राफ, वीडियो, इन्फोग्राफिक्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे विभिन्न मीडिया मंचों का उपयोग करके सूचना का प्रसार करते हैं।
Main functions of PIB : पीआईबी और आईआईएस अधिकारियों की भूमिका का महत्व:
- संचार में पारदर्शिता: ये अधिकारी सरकार और जनता के बीच संचार में पारदर्शिता लाते हैं।
- जनता का विश्वास बढ़ाना: वे सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों के बारे में जनता का विश्वास बढ़ाने में मदद करते हैं।
- सूचना का प्रसार: वे सरकार की महत्वपूर्ण नीतियों और कार्यक्रमों को जनता तक प्रभावी ढंग से पहुंचाते हैं।
- समस्याओं का समाधान: वे जनता की समस्याओं को सुनते हैं और उनके समाधान के लिए सरकार को प्रेरित करते हैं।
- राष्ट्रीय एकता: वे विभिन्न समुदायों के बीच संवाद को बढ़ावा देकर राष्ट्रीय एकता को मजबूत करते हैं।
फोटो सेवाएं
पीआईबी के अंतर्गत फोटो डिवीजन को सूचना और प्रसारण मंत्रालय की मीडिया इकाइयों और अन्य मंत्रालयों/विभागों, राष्ट्रपति सचिवालय, उपराष्ट्रपति सचिवालय, प्रधानमंत्री कार्यालय, लोकसभा और राज्यसभा सचिवालय सहित अन्य सरकारी इकाइयों को भारत सरकार के विभिन्न कार्यों की फोटो कवरेज के माध्यम से विजुअल सहयोग प्रदान करने का अधिकार दिया गया है। ।
अक्टूबर 1959 में स्थापित, यह शायद देश का एकमात्र ऐसा संगठन है, जिसके पास स्वतंत्रता-पूर्व युग से लेकर आज तक डिजिटल प्रारूप में संरक्षित लगभग 10 लाख से अधिक फिल्म नेगेटिव्स/ट्रांसपरेंसिस का समृद्ध भंडार है।
अनुसंधान इकाई
अनुसंधान इकाई (आरयू), पीआईबी के तत्वावधान में सबसे नया प्रभाग है, जिसने अक्टूबर, 2021 के महीने से काम करना शुरू कर दिया है। यह राष्ट्रीय महत्व के विभिन्न क्षेत्रों और बदलते परिदृश्यों और आवश्यकताओं के अनुसार महत्वपूर्ण विस्तृत अनुसंधान दस्तावेजों की एक श्रेणी बनाकर प्रभावी सूचना तैयार करता है और उसे जनता तक पहुंचाता है।
संदर्भ सामाग्री (बैकग्राउंडर्स)/व्याख्यान (एक्सप्लेनर्स), तथ्य पत्रकों (फैक्टशीट्स), सामान्य प्रश्नों (एफएक्यू) और विशेष लेखों (फीचर्स) के रूप में ये दस्तावेज नागरिकों को सशक्त बनाने के लिए क्षेत्र से जुड़ी जानकारी के साथ-साथ संबंधित विषय के बारे में समग्र जानकारी उपलब्ध कराते हैं।
सोशल मीडिया कार्य
पीआईबी का सोशल मीडिया सेल सरकारी नीतियों, कार्यक्रमों, पहलों और उपलब्धियों से संबंधित सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर सूचनाओं/कार्यों के प्रसार के लिए जिम्मेदार है। पीआईबी के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, कू और सार्वजनिक ऐप का उपयोग विभिन्न मंत्रालयों/विभागों से जुड़े पीआईबी के अधिकारियों द्वारा तैयार प्रेस विज्ञप्तियों के प्रसार, प्रेस कॉन्फ्रेंस की लाइव कवरेज, विभिन्न आयोजनों से संबंधित सोशल मीडिया अभियानों और पीआईबी तथ्य जांच इकाई (फैक्ट चेक यूनिट) द्वारा की गई तथ्य जांच आदि के लिए किया जाता है।
Main functions of PIB : मीडियाकर्मियों को मान्यता
पीआईबी मुख्यालय, विदेशी मीडिया सहित मीडिया प्रतिनिधियों को मान्यता प्रदान करता है। इससे उन्हें सरकारी स्रोतों से जानकारी प्राप्त करने की सुविधा मिलती है। 9 मई 2023 तक मान्यता प्राप्त मीडियाकर्मियों की संख्या 1482 संवाददाता और 505 कैमरामैन/फोटोग्राफर हैं। इसके अलावा 104 टेक्नीशियनों और 120 संपादकों और मीडिया आलोचकों को भी मान्यता प्रदान की गई है।
पत्रकार कल्याण योजना (जेडब्ल्यूएस) ऑनलाइन आवेदन
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा लागू “पत्रकार कल्याण योजना” के तहत वित्तीय सहायता के लिए जेडब्ल्यूएस समिति के विचार के लिए जेडब्ल्यूएस के अंतर्गत पत्रकारों/आश्रितों से प्राप्त आवेदनों पर पीआईबी विचार कर उन्हें आगे बढ़ाता है। पत्रकार की मृत्यु होने पर कठिनाई झेल रहे पत्रकार के परिवार को ₹5 लाख तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। स्थायी दिव्यांगता, गंभीर दुर्घटना और स्वास्थ्य संबंधी बड़ी बीमारी होने पर भी पत्रकारों को सहायता प्रदान की जाती है।
Main functions of PIB : पीआईबी की तथ्य जांच इकाई का विस्तृत विश्लेषण
आपने पीआईबी की तथ्य जांच इकाई की शुरुआत और उसके प्रमुख उद्देश्यों के बारे में सही जानकारी दी है। आइए इस विषय को और विस्तार से समझने का प्रयास करते हैं।
Main functions of PIB : पीआईबी की तथ्य जांच इकाई का महत्व
- फर्जी खबरों का मुकाबला: आज के डिजिटल युग में फर्जी खबरें तेजी से फैलती हैं। पीआईबी की तथ्य जांच इकाई इन फर्जी खबरों का मुकाबला करने और लोगों को सही जानकारी प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
- जनता का विश्वास बढ़ाना: यह इकाई सरकार और जनता के बीच विश्वास का पुल का काम करती है।
- समाज में स्थिरता: फर्जी खबरें अक्सर सामाजिक तनाव और अशांति पैदा करती हैं। यह इकाई ऐसे तनाव को कम करने में मदद करती है।
- डिजिटल साक्षरता: यह इकाई लोगों को डिजिटल साक्षरता के लिए प्रेरित करती है और उन्हें फर्जी खबरों की पहचान करने में सक्षम बनाती है।
Main functions of PIB : तथ्य जांच इकाई कैसे काम करती है
- सोशल मीडिया मॉनिटरिंग: यह इकाई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लगातार नजर रखती है और संदिग्ध सामग्री की पहचान करती है।
- तथ्यों का सत्यापन: पहचानी गई सामग्री की तथ्यों का सत्यापन किया जाता है।
- रिपोर्ट जारी करना: सत्यापन के बाद, यह इकाई एक रिपोर्ट जारी करती है जिसमें बताया जाता है कि यह सामग्री सही है या गलत।
- जनता को जागरूक करना: यह इकाई अपनी रिपोर्टों के माध्यम से जनता को जागरूक करती है।
Main functions of PIB : तथ्य जांच इकाई की चुनौतियाँ
- फर्जी खबरों का तेजी से फैलना: फर्जी खबरें इतनी तेजी से फैलती हैं कि उनका मुकाबला करना मुश्किल हो जाता है।
- नई तकनीकों का उभरना: फर्जी खबरें बनाने के लिए नई-नई तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
- विदेशी हस्तक्षेप: कई बार विदेशी ताकतें भी फर्जी खबरों का प्रसार करके देश की स्थिरता को बिगाड़ने की कोशिश करती हैं।
भविष्य की दिशा
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग: भविष्य में, तथ्य जांच इकाई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके फर्जी खबरों का पता लगाने और उनका मुकाबला करने में अधिक कुशल हो सकती है।
- सहयोग: विभिन्न मीडिया हाउस, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और नागरिक समाज संगठनों के साथ मिलकर काम करना।
- डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम: लोगों को डिजिटल साक्षरता के लिए प्रेरित करने के लिए अधिक से अधिक कार्यक्रम आयोजित करना।
Main functions of PIB : पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) का संगठनात्मक ढांचा
अखिल भारतीय प्रभाव के लिए राष्ट्रव्यापी नेटवर्क
पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन एक संलग्न कार्यालय है जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। इसका नेतृत्व प्रधान महानिदेशक (मीडिया और संचार) (सचिव स्तर के अधिकारी अधिकारी) करते हैं और जिनकी सहायता मुख्यालय में एक महानिदेशक और आठ अतिरिक्त महानिदेशक करते हैं।
उनके अधीन पीआईबी के अधिकारी / विभागीय प्रचार अधिकारी (डीपीओ) – निदेशक, संयुक्त निदेशक, उप निदेशक, सहायक निदेशक और मीडिया एवं संचार अधिकारी (एम एंड सीओ) कार्यरत हैं ।
भारत सरकार के प्रत्येक मंत्रालय और विभाग में पीआईबी दिल्ली के एक अधिकारी हेतु स्थान नियत होता है, जिसे मंत्रालय की ओर से जन संचार का कार्य सौंपा जाता है। किसी मंत्रालय / विभाग का प्रभारी पीआईबी अधिकारी उसका अधिकृत प्रवक्ता होता है और वह मंत्रालय / विभाग की नीतियों एवं कार्यक्रमों के बारे में मीडिया को जानकारी देने के साथ ही आवश्यक सूचनाओं का प्रसार करता है और प्रश्नों के उत्तर देता है तथा स्पष्टीकरण प्रदान करता है तथा उत्पन्न होने वाली गलत अवधारणाओं एवं गलतफहमियों को दूर करता है।
Main functions of PIB : वह सम्बन्धित मंत्रालय /विभाग को जनता की राय से अवगत कराने के लिए समाचारपत्रों के संपादकीय, लेखों और मीडिया में टिप्पणियों में परिलक्षित सार्वजनिक प्रतिक्रिया का विश्लेषण करता है और मंत्रालय/विभाग को अपने मीडिया और सूचना, शिक्षा और संचार (आईईसी) रणनीति पर सलाह देता है । मंत्रालय / विभाग के प्रवक्ता के रूप में और मीडिया सलाहकार के रूप में, पीआईबी के अधिकारी को सार्वजनिक नीतियों के निर्माण और कार्यान्वयन की प्रक्रिया में भागीदार बनने के लिए कहा जाता है।
पीआईबी दिल्ली की संरचना को प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में अखिल भारतीय उपस्थिति के साथ पूरक बनाया गया है। एक महानिदेशक (अंचल) पाँच क्षेत्रों में से प्रत्येक में सरकारी संचार प्रणाली का प्रमुख होता है, प्रत्येक क्षेत्र को आगे क्षेत्रों में विभाजित किया जाता है। पीआईबी के 8 क्षेत्रीय कार्यालय हैं, प्रत्येक का प्रमुख एक अपर महानिदेशक (क्षेत्र) है, और कुल 34 शाखा कार्यालय और सूचना केंद्र हैं ।
Main functions of PIB : क्षेत्रीय भाषाओं में आधिकारिक संचार को संभालने के अलावा, क्षेत्रीय कार्यालय अपने-अपने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में सभी केंद्र सरकार के विभागों की संचार आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ ही वहां आने वाले भारत सरकार के पदाधिकारियों के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस, प्रेस विज्ञप्तियां, प्रेस विजिट और अन्य मीडिया निर्देश के रूप में विभिन्न सरकारी संगठनों को अपने अधिकार क्षेत्र में स्वतंत्र सूचना और जन सम्पर्क (पीआर) सहायता प्रदान करते हैं ।
उनके लिए न केवल अपने क्षेत्रों / राज्य / केंद्र शासित प्रदेशों में स्थित केंद्र सरकार के विभागों के साथ मिलकर काम करना अनिवार्य है, बल्कि उन्हें संबंधित राज्य सरकार के साथ भी सहयोग करना है ताकि उन्हें केंद्र सरकार के कार्यक्रमों और नीतियों के अधिक प्रभावी कार्यान्वयन के लिए रणनीतिक सलाह और संचार सहायता प्रदान की जा सके।
निष्कर्ष
पीआईबी में कार्यरत आईआईएस अधिकारी सरकार और जनता के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी का काम करते हैं। वे सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों को जनता तक पहुंचाते हैं और साथ ही जनता की आवाज को सरकार तक पहुंचाते हैं। इन अधिकारियों की भूमिका एक लोकतांत्रिक समाज में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
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(यह खबर ‘प्रेस सूचना ब्यूरो ऑफिसियल वेबसाइड द्वारा ली गई है. )
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