Fukrey के बाद दो साल घर पर बेरोजगार बैठे थे मनजोत सिंह, ‘लाली’ को करना पड़ा स्‍ट्रगल

साल 2013 में रिलीज फिल्‍म 'फुकरे' (Fukrey) ने हम सभी को खूब गुदगुदाया था। अली फजल, पुलकित सम्राट, वरुण शर्मा, मनजोत सिंह और रिचा चड्ढा की यह फिल्‍म बॉक्‍स ऑफिस पर भी हिट साबित हुई थी। इसी के बाद 2017 में फिल्‍म का सीक्‍वल भी रिलीज हुआ। मनजोत सिंह (Manjot Singh) ने फिल्‍म में लाली हलवाई का रोल प्‍ले किया था। उनकी क्‍यूटनेस फिल्‍म में खूब हंसाती है। मनजोत इसके बाद दिबाकर बनर्जी की फिल्‍म 'ओए लक्‍की! लक्‍की ओए!' में भी नजर आए। लेकिन अब मनजोत खुलासा किया है कि 'फुकरे' की रिलीज के बाद उनके पास दो साल तक कोई काम नहीं था। यही नहीं, वह घर पर बेकार बैठे थे और काम के लिए तरस रहे थे।

'16 साल की उम्र में शुरू हुआ मेरा ऐक्‍ट‍िंग करियर'
मनजोत सिंह जल्‍द ही वेब सीरीज 'चुत्‍जपाह' (Chutzpah) में नजर आने वाले हैं। 'टाइम्‍स नाऊ' के साथ बातचीत में मनजोत ने बताया कि 'फुकरे' के बाद उन्‍हें जैसे रोल मिले, उससे वह संतुष्‍ट नहीं थे। मनजोत कहते हैं, 'मैं अपने करियर की शरुआत तब की जब मैं 16 साल का था। फुकरे के बाद, मुझे लगता है कि एक टाइम आया था मेरे पास दो साल तक काम नहीं था।'

मनजोत आगे बताते हैं, 'जो मैं करना चाहता था, वैसा कुछ नहीं हो रहा था। मेरे पास जो ऑफर्स आ रहे थे, वो मैं नहीं करना चाहता था। मैं मिल रहे ऑफर्स से संतुष्‍ट नहीं था। इसलिए मुझे लगता है क‍ि वह ऐसा दौर था, जो आसान नहीं था। घर पर बैठना। मैं उस समय पढ़ाई भी कर रहा था और साथ में फिल्‍में भी मिल रही थीं। मैं अच्‍छा पैसा भी कमा रहा था। लाइफ शानदार थी। लेकिन रियलिटी चेक तब पता चलता है, जब आपको सही चीज का इंतजार हो।'

तब कहा था- सरदार होने के कारण नहीं मिले रोल
इससे पहले मनजोत ने 2019 में भी एक इंटरव्‍यू दिया था। तब 'हिंदुस्‍तान टाइम्‍स' से बातचीत में मनजोत ने कहा था कि उन्‍हें उनके धर्म की वजह से काम नहीं मिल रहे थे। तब उन्‍होंने एक किस्‍सा सुनाते हुए कहा था कि वह एक कास्‍ट‍िंग एजेंसी के पास पहुंचे थे। चाहते थे कि वह एजेंसी उनके काम की देखरेख करे। मनजोत बताते हैं, 'उन्‍होंने मेरा पोर्टफोलियो देखा। कुछ दिनों बाद उन्‍होंने मुझे जवाब दिया कि आप सरदार है, इसलिए आपके लिए रोल्‍स ढूंढ़ना मुश्‍क‍िल है। मैं यह सुनकर चौंक गया था। यदि आप मेरे 10 साल के करियर पर नजर देंगे तो मेरी 90 फीसदी फिल्‍में हिट रही हैं। '