विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर 11 से 13 जून, 2023 तक वाराणसी में जी20 बैठक की अध्यक्षता करेंगे

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Foreign Minister Dr. S. Jaishankar to chair the G20 meeting in Varanasi from June 11 to 13, 2023 Varanasi from June 11 to 13, 2023

  वाराणसी | केंद्रीय विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर उत्तर प्रदेश के वाराणसी में जी20 विकास मंत्रियों की बैठक की अध्यक्षता करेंगे, यह बैठक 11 से 13 जून, 2023 के बीच वाराणसी में आयोजित की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भारत की अध्यक्षता में हो रही जी20 की बैठक के आरंभ में वीडियो कांफ्रेंस के माध्‍यम से सभा को संबोधित करेंगे।

वाराणसी विकास मंत्रियों की बैठक ऐसे समय हो रही है जब विकास से संबंधित चुनौतियां अपने चरम पर हैं, इनमें आर्थिक मंदी, ऋण संकट, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव, प्रदूषण और जैव विविधता के नुकसान, बढ़ती गरीबी और असमानता, खाद्य और ऊर्जा असुरक्षा, जीवन यापन का लागत संकट, वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला व्यवधान, और भू-राजनीतिक संघर्ष और बढता तनाव शामिल हैं।

जी-20 विकास मंत्रिस्तरीय बैठक सतत विकास लक्ष्यों की उपलब्धियों में तेजी लाने और विकास, पर्यावरण और जलवायु एजेंडा के बीच तालमेल को बढ़ावा देने के लिए सामूहिक रूप से सहमत होने का अवसर प्रदान करेगी।

यह बैठक जनवरी, 2023 में भारत द्वारा आयोजित वॉयस ऑफ द ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन का अनुसरण करती है, और वाराणसी बैठक में लिए गए निर्णय संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्‍य (एसडीजी) शिखर सम्मेलन में भी योगदान देंगे जो सितंबर में न्यूयॉर्क में आयोजित किया जाएगा। विकास मंत्रियों की बैठक से पहले चौथी और अंतिम विकास कार्य समूह (डीडब्ल्यूजी) की बैठक 6 से 9 जून के बीच दिल्ली में आयोजित की गई थी।

वाराणसी बैठक में दो मुख्य सत्र शामिल होंगे, एक “बहुपक्षवाद: सतत विकास लक्ष्‍य की दिशा में प्रगति में तेजी लाने के लिए सामूहिक कार्रवाई” और दूसरा “हरित विकास: ए लाइफ (पर्यावरण के लिए जीवन शैली) दृष्टिकोण”।

विकास कार्य बल (डीडब्ल्यूजी) ने पिछले जी20 अध्यक्षों द्वारा किए गए महत्वपूर्ण कार्यों को आगे बढ़ाते हुए, सतत विकास लक्ष्‍यों की दिशा में तेजी लाने और इस संबंध में जी20 दीर्घकालिक दृष्टिकोण को सुदृढ बनाने के लिए जी20 के योगदान को बढ़ाने के जनादेश को आगे बढ़ाया है। इसमें स्थायी, समावेशी और लचीले आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की दिशा में जी20 प्रयासों को सुदृढ बनाना शामिल है। इस बैठक में 200 प्रतिनिधियों के भाग लेने की आशा है। प्रतिनिधियों को विश्‍व के सर्वाधिक प्राचीन शहरों में से एक वाराणसी की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं की झलक प्रदान करने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रदर्शनियां और भ्रमण कार्यक्रम भी आयोजित किए गए हैं।

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