रायपुर: Fisheries Department: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंशा के अनुरूप शासकीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के प्रभावी क्रियान्वयन तथा आम जनता की समस्याओं के समयबद्ध समाधान हेतु “सुशासन तिहार” का आयोजन किया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत पात्र हितग्राहियों को विभिन्न शासकीय योजनाओं का लाभ त्वरित रूप से उपलब्ध कराया जा रहा है।
सुशासन तिहार के तीसरे चरण के अंतर्गत जिले में समाधान शिविरों का आयोजन किया जा रहा है, जहां प्राप्त आवेदनों का त्वरित निराकरण किया जा रहा है और नवीन आवेदनों पर भी कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है। इसी कड़ी में कोण्डागांव विकासखंड के ग्राम चिपावण्ड में आयोजित समाधान शिविर के दौरान मत्स्य विभाग द्वारा मत्स्य पालन प्रसार कार्यक्रम अंतर्गत उन्नति महिला स्व-सहायता समूह को मछली पकड़ने का जाल प्रदाय किया गया।
Fisheries Department: लोगों ने आजीविका के लिए मछली पालन को एक नए कार्य के रूप में अपनाया
समूह की अध्यक्ष ने बताया कि वर्ष 2011 में 14 सदस्यों के साथ समूह की शुरुआत की गई थी। सभी सदस्यों ने आजीविका के लिए मछली पालन को एक नए कार्य के रूप में अपनाया। उन्होंने ग्राम के तालाब को समूह के नाम स्वीकृत कराकर मछली पालन शुरू किया। बीते तीन वर्षों से सभी सदस्य इस कार्य में सक्रिय रूप से लगी हुई हैं और इससे एक सीजन में लगभग 45 हजार रुपये का लाभ प्राप्त कर रही हैं।
Fisheries Department: उन्होंने यह भी बताया कि मछली पालन एक ऐसा कार्य है, जिसे घर के अन्य कार्यों और खेती के साथ आसानी से किया जा सकता है। समूह के सभी सदस्य अब इस कार्य को और विस्तार देना चाहती हैं, जिसके तहत विभाग में आवेदन प्रस्तुत किया गया था। समाधान शिविर में उक्त आवेदन के निराकरण उपरांत समूह को मछली जाल प्रदाय किया गया।
इसी प्रकार ग्राम चिपावण्ड निवासी चौतूराम नेताम को भी मछली जाल प्रदाय किया गया। चौतूराम द्वारा द्वारा स्वयं के 01 एकड़ के तालाब पर मछली पालन का कार्य किया जा रहा है। मछली जाल प्राप्त होने पर सभी हितग्राहियों ने हर्ष व्यक्त करते हुए शासन को धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि इससे उन्हें सहूलियत मिलेगी तथा मछली पालन कार्य को बढ़ाने में मदद मिलेगी।