मुंबई | Film Review ‘Maidan’ : फिल्म “मैदान” में सच्ची घटनाओं से प्रेरित कहानी है। यह भारतीय फुटबॉल के स्वर्णिम युग और कोच सईद अब्दुल रहीम के नेतृत्व में राष्ट्रीय टीम के गौरवशाली पलों को दर्शाती है। अमित शर्मा द्वारा निर्देशित इस फिल्म में अजय देवगन ने 1952 से 1962 तक रहे भारतीय फुटबॉल कोच सैयद अब्दुल रहीम की भूमिका निभाई है। उन्हें आधुनिक भारतीय फुटबॉल का वास्तुकार भी कहा जाता है।
अजय देवगन अभिनीत “मैदान” 1952 से 1962 दशक में भारतीय फुटबॉल के स्वर्णिम युग पर आधारित एक स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म है। फिल्म में देवगन सईद अब्दुल रहीम नामक एक कल्पनिक कोच की भूमिका निभाते हैं, जो भारतीय टीम को नई ऊंचाइयों तक ले जाते हैं।
फिल्म ‘मैदान’ में कोच रहीम का नेतृत्व और फुटबॉल में सफलता
फिल्म 1950 के दशक में शुरू होती है, जब भारतीय फुटबॉल टीम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संघर्ष कर रही है। सईद अब्दुल रहीम को राष्ट्रीय टीम का कोच नियुक्त किया जाता है, और वह युवा प्रतिभाओं की एक टीम को इकट्ठा करते हैं और उन्हें विश्व स्तरीय खिलाड़ी बनाने के लिए प्रशिक्षित करते हैं।
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अजय देवगन ने कोच रहीम की भूमिका में शानदार अभिनय किया
अजय देवगन ने कोच रहीम की भूमिका में शानदार अभिनय किया है। वह फिल्म में अपनी ऊर्जा और जुनून लाते हैं, और दर्शकों को उनके चरित्र से जुड़ने में कोई परेशानी नहीं होती है। फिल्म में विनोद खन्ना, केकी शारदा, प्रियंशु चटर्जी और बमन ईरानी भी सहायक भूमिकाओं में हैं।
फिल्म का निर्देशन गतिशील
अमित शर्मा द्वारा निर्देशित “मैदान” एक अच्छी तरह से बनाई गई फिल्म है। फिल्म का निर्देशन गतिशील है, और एक्शन दृश्य रोमांचक हैं। शर्मा फिल्म में भावनाओं को भी पकड़ने में सफल रहे हैं, और दर्शकों को फिल्म के पात्रों की परवाह करने में कोई परेशानी नहीं होती है।
मैदान” फिल्म से कई गीत यादगार हैं, जिनमें से कुछ प्रसिद्ध गीतों के नाम इस प्रकार हैं
“मैदान” का संगीत फिल्म मैदान का गाना ‘टीम इंडिया हैं हम’ रिलीज हो गया है। टीम इंडिया हैं हम गाना को ए.आर.रहमान ने संगीतबद्ध किया है। इस गाने को ए.आर. रहमान और नकुल अभ्यंकर ने गाया है, जबकि मनोज मुंतशिर, स्लो चीता और दविंदर सिंह ने गाने के बोल लिखे हैं।
यह एक उत्साही गीत है जो फिल्म की शुरुआत में बजता है। यह गीत दर्शकों को फिल्म के माहौल में लाने और उन्हें खेल के लिए उत्साहित करने में मदद करता है।
नेतृत्व और प्रेरणा
कोच रहीम एक प्रेरणादायक व्यक्ति थे जिन्होंने अपने खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया। उनका मानना था कि कड़ी मेहनत, अनुशासन और समर्पण सफलता की कुंजी है। रहीम ने अपनी टीम को एकजुट रखा और उन्हें एक ऐसी इकाई के रूप में विकसित किया जिसने मैदान पर शानदार प्रदर्शन किया।
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कठिन निर्णय और रणनीति
रहीम एक कुशल रणनीतिकार थे जो जानते थे कि कब और कैसे कठिन निर्णय लेना है। उन्होंने अपनी टीम को कई चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करते हुए भी जीत दिलाई। रहीम का दृढ़ विश्वास और रणनीतिक सोच भारतीय फुटबॉल के इतिहास में महत्वपूर्ण मोड़ बन गए।
वित्तीय शिक्षा
फिल्म दर्शकों को एक मजबूत निवेश पोर्टफोलियो बनाने के बारे में भी सूक्ष्म संदेश देती है। कहानी दर्शाती है कि कैसे रहीम ने अपनी टीम के लिए संसाधनों का बुद्धिमानी से उपयोग किया और उन्हें सफलता के लिए तैयार किया। यह दर्शकों को सिखाता है कि वे अपने वित्त का प्रबंधन कैसे करें और भविष्य के लिए बुद्धिमानी से निवेश करें।
कोलकाता का जुनून
जैसा कि आपने कहा, कोलकाता में फुटबॉल के प्रति जुनून अद्भुत है। विश्व कप के दौरान, पूरा शहर नीले और सफेद रंग में रंग जाता है, जो टीम के प्रति समर्थन और जुनून का प्रतीक है। यह फिल्म इस जुनून को बखूबी दर्शाती है और दर्शकों को खेल के प्रति प्रेरित करती है।
फिल्म की कुछ खास बातें
- फिल्म भारत के स्वर्णिम युग के दौरान भारतीय फुटबॉल की कहानी बताती है।
- अजय देवगन ने कोच सईद अब्दुल रहीम की भूमिका में शानदार अभिनय किया है।
- फिल्म का निर्देशन गतिशील है, और एक्शन दृश्य रोमांचक हैं।
- फिल्म का संगीत प्रेरणादायक है।
निष्कर्ष
“मैदान” सिर्फ एक फिल्म नहीं है, बल्कि यह प्रेरणा, नेतृत्व और सफलता की कहानी है। यह दर्शकों को सिखाती है कि कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प और रणनीतिक सोच से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। यह फिल्म निश्चित रूप से आपको प्रेरित करेगी और आपको अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करेगी।