नई दिल्ली ।। अंडरवर्ल्ड डॉन और मुंबई बम धमाकों के मास्टरमाइंड दाऊद इब्राहिम को लेकर उसके मौत की बड़ी खबर सामने आ रही है । कई मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो उसे जहर देने की आशंका जताई जा रही है l मीडिया सूत्रों और रिपोर्ट्स की मानें तो दाऊद का पाकिस्तान में कराची के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था, जहां उसकी हालत गंभीर थी । और वहां उसी अस्पताल में उसके मौत होने की आशंका जताई जा रही है ।
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विभिन्न रिपोर्ट्स के मुताबिक कराची में रविवार रात (17 दिसंबर) में इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई थी. कई सोशल मीडिया पर भी बैन लगाया गया है. पाकिस्तानी पत्रकारों का दावा है कि दाऊद इब्राहिम को जहर देने की खबर को देखते हुए इंटरनेट सेवा पर बैन लगाया गया है. लेकिन अब तक इस खबर की पुष्टि नहीं हो पाई है ।
डेक्कन हेराल्ड का दावा
डेक्कन हेराल्ड ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि, 1993 के मुंबई विस्फोटों के पीछे का मास्टरमाइंड माना जाने वाला दाऊद इब्राहिम कथित तौर पर गंभीर हालत में कराची के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. कुछ मीडिया आउटलेट्स ने उसे जहर देने की बात कही है.

डेक्कन ने पिछले दो दिनों से उसके अस्पताल में होने की बात कही है. डेक्कन ने कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह भी बताया है कि दाऊद इब्राहिम की हालत को देखते हुए पाकिस्तान में इंटरनेट बंद है.
दाऊद के किडनी की बीमारी का चल रहा था इलाज
पाकिस्तान के मीडिया में लगातार इस बात की चर्चा चल रही है कि भारत के मोस्ट वॉन्टेड आतंकी दाऊद इब्राहिम की कराची में जहर देकर हत्या कर दी गई है। बताया यह भी जा रहा है कि कराची के आगा खान हॉस्पिटल में बीते कुछ समय से अंडरवर्ल्ड माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम अपनी किडनी की गंभीर बीमारी का इलाज कर रहा था। इसी दौरान शुक्रवार की शाम को अस्पताल के एक यूनिट में दाखिल रहते हुए ही उसको जहर दिया गया। पाकिस्तान के भीतर दाऊद इब्राहिम की मौत की खबर सोशल मीडिया के माध्यम से अलग-अलग पत्रकारों तक भी पहुंची।
दाऊद की मौत की बात कभी स्वीकार नहीं करेगा पाकिस्तान: विशेषज्ञ
रक्षा मामलों के जानकारों का कहना है कि अगर दाऊद इब्राहिम के मौत की खबर पाकिस्तान में सच है तब भी पाकिस्तान इसको कभी स्वीकार नहीं करेगा। रिटायर्ड कैप्टन विजय चक्रधर कहते हैं कि पाकिस्तान के लिए यह बहुत बड़ी दुविधा है कि वह दाऊद इब्राहिम की मौत को कभी भी पाकिस्तान में स्वीकार नहीं कर सकता। इसके पीछे उनका तर्क है कि पाकिस्तान ने इस बात को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर स्वीकार ही नहीं किया कि दाऊद इब्राहिम को उसने शरण दी है। अगर यह बात सच है कि दाऊद इब्राहिम की पाकिस्तान में हत्या कर दी जाती है तो पाकिस्तान उसको न तो कभी स्वीकार करेगा ना इसकी आधिकारिक पुष्टि करेगा। वह कहते हैं कि अगर इस तरीके की कोई बड़ी घटना हुई होगी तो निश्चित तौर पर पाकिस्तान साजिश करके अपने ही किसी आतंकी की हत्या करवा कर इस बड़ी घटना को दबाने की कोशिश भी करेगा।