Bundelkhand Expressway: पीएम मोदी आज बुंदेलखंड को देंगे Expressway की सौगात, 7 जिलों का होगा कायाकल्प

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के बनने में 14850 करोड़ रुपए की लागत आई, निर्धारित समय से 8 माह पहले ही बनकर हो गया तैयार

लखनऊ,

उत्तर प्रदेश का बुंदेलखंड विकास की नई राह पर दौड़ने को बेकरार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विकास की इस रफ्तार को और बढ़ाने के लिए आज बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का उद्घाटन करने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी जालौन के कैथरी गांव में यह एक्सप्रेस-वे जनता को समर्पित करेंगे। खास बात यह है कि यह एक्सप्रेस-वे अनुमानित लागत से कम खर्च और रिकॉर्ड समय में बना है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के बनने में 14850 करोड़ रुपए की लागत आई है, जो कि अनुमानित लागत से 12.72 फीसदी कम है। इस एक्सप्रेस-वे से बुंदेलखंड के लोगों को दोहरा फायदा होगा। पहला, इससे देश की राजधानी पहुंचने की सहूलियत और दूसरा औद्योगिक विकास भी सुनिश्चित हो सकेगा।

पीएम मोदी ने 20 फरवरी 2020 को किया था शिलान्यास

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है। इसका शिलान्यास 20 फरवरी 2020 को पीएम मोदी ने किया था। कोरोना महामारी की परेशानियों के बावजूद यह सिर्फ 28 महीने में बनकर तैयार हो गया। इस तरह यह एक्सप्रेस-वे को लक्ष्य से आठ महीने पहले बनाकर तैयार कर दिया गया है। इस एक्सप्रेस वे में चार रेलवे ओवर ब्रिज, 14 बड़े पुल, 266 छोटे पुल, 18 फ्लाइओवर, 13 टोल प्लाजा और 7 रैंप प्लाजा हैं।

लोगों के लिए बड़ी संख्या में बसों को लगाया गया

एक्सप्रेस-वे के शुरू हो जाने से बुंदेलखंड दिल्ली और लखनऊ से सीधे जुड़ जाएगा। लोकार्पण समारोह में शामिल होने के लिए झांसी और ललितपुर से बड़ी संख्या में लोग जा रहे हैं। इन्हें ले जाने के लिए रोडवेज की 120 और 200 प्राइवेट बसों को लगाया गया है। शनिवार को झांसी और आसपास के जनपदों के 13 रूट खाली हो जाएंगे। इन मार्गों पर कोई बस नहीं दिखेगी। रोडवेज की सभी 120 बसें शुक्रवार की सुबह से ही रूट से अलग कर दी गईं थीं। माना जा रहा है कि रविवार से ही बसों का संचालन दोबारा से शुरू हो पाएगा।

7 जिलों का कायाकल्प करेगा बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे

चित्रकूट से लेकर इटावा तक 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से सात जिलों का कायाकल्प होगा। इससे चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया और इटावा जिले सीधे जुड़ेंगे। एक्सप्रेस-वे की शुरुआत के साथ ही चित्रकूट से दिल्ली तक का 630 किलोमीटर का सफर करीब 7 घंटे में पूरा हो सकेगा। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे के माध्यम से दिल्ली एनसीआर के साथ जुड़ जाएगा। एक्सप्रेसवे बनने के बाद बुंदेलखंड का औद्योगिक और आर्थिक विकास का रास्ता भी खुलेगा।

एक्सप्रेस-वे पर चाक चौबंद रहेगी सुरक्षा

इसमें चलने वाले वाहनों की सुरक्षा की दृष्टि से 6 पुलिस उपाधीक्षक सहित 128 पुलिस जवानों को तैनात किया गया है। साथ में 12 इनोवा वाहन लगाए गए हैं। यह 24 घंटे यहां से गुजरने वाले वाहनों पर निगाह रखेंगे।

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