हेल्थकेयर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एक नई क्रांति

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AI in healthcare now
AI in healthcare now

नई दिल्ली, 2 जुलाई । AI in healthcare now : आज के वैश्विक परिदृश्य में स्वास्थ्य सेवा (हेल्थकेयर) का क्षेत्र सिर्फ दवाओं और अस्पतालों तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि यह एक बहुआयामी और तेजी से विकसित हो रहा विज्ञान बन चुका है। आधुनिक तकनीकों की सहायता से न केवल रोगों की पहचान और उपचार अधिक सटीक हो गया है, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच, गुणवत्ता और प्रभावशीलता में भी अभूतपूर्व सुधार हुआ है।

एआई रोगियों की निगरानी में भी सहायता करता है, जैसे कि पुरानी बीमारी के प्रबंधन में। रोगी के डेटा, जैसे कि महत्वपूर्ण संकेत और अन्य स्वास्थ्य मीट्रिक का लगातार विश्लेषण करके, यह बिगड़ती स्वास्थ्य स्थितियों का पहले ही पता लगा सकता है।

हेल्थकेयर रिसर्च और टेक्नोलॉजी में हुई प्रगति

AI in healthcare now :  हेल्थकेयर टीम में शामिल स्वास्थ्यकर्मी, इंजीनियर, और शोधकर्ता, नया एआई (AI) बनाने के लिए साथ मिलकर काम कर रहे हैं। साथ ही, दुनिया भर में हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी की उपलब्धता बढ़ाने, उनके काम करने के तरीके को बेहतर बनाने, और आने वाले समय में हेल्थ टेक्नोलॉजी के संभावित इस्तेमाल के अवसरों को खोजने पर भी काम कर रहे हैं।

मेडिकल डोमेन के लिए डिज़ाइन किया गया बड़ा लैंग्वेज मॉडल

AI in healthcare now : कई दशकों तक ऐसा एआई नहीं बनाया जा सका जो मेडिकल सवालों का सही जवाब दे सके। Med-PaLM 2, PaLM 2 का एक वर्शन है।  हमने इसे चिकित्सा से जुड़े सवालों के जवाब देने के लिए ट्रेनिंग दी है. Med-PaLM 2 का मानवीय मूल्यांकन किया जा रहा है, ताकि यह जाना जा सके कि यह स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने वाले संगठनों की कैसे मदद कर सकता है।

इसमें मरीज़ों के सवालों का जवाब देना, चिकित्सा दस्तावेज़ों से मुख्य बातों को एक जगह दिखाना, और मरीज़ के डेटा से जानकारी उपलब्ध कराना शामिल है।

AI in healthcare now : हम दुनिया भर के स्वास्थ्य सेवा संगठनों के साथ पार्टनरशिप करके, एआई (AI) टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने वाले नए और बेहतर टूल बनाने के लिए रिसर्च कर रहे हैं। हमारा मकसद, बीमारियों का पता लगाने में स्वास्थ्यकर्मियों की मदद करना है। हम अलग-अलग तरह के डेटासेट, अच्छी क्वालिटी वाले लेबल, और मॉडर्न डीप लर्निंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके, ऐसे मॉडल बना रहे हैं ।

जिनसे हमें उम्मीद है कि आने वाले समय में, स्वास्थ्यकर्मियों को बीमारियों का पता लगाने में मदद मिलेगी और रिसर्च को नए आयामों तक पहुंचाने के लिए लगातार काम कर रही है। हम यह भी साबित करेंगे कि एआई (AI) टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके, बीमारियों का पता लगाने के बेहतर और नए तरीके डेवलप किए जा सकते हैं।

AI in healthcare now : त्वचा की बीमारियों की जानकारी को सब लोगों तक पहुंचाना

हम कंप्यूटर विज़न एआई (AI) और इमेज खोजने की सुविधाओं का इस्तेमाल करके एक टूल बना रहे हैं। इससे लोगों को अपनी त्वचा, बालों, और नाखूनों की बीमारियों के बारे में ज़्यादा जानकारी पाने और उनकी पहचान करने में मदद मिलेगी और इस टूल में सैकड़ों समस्याओं की जानकारी है. इसमें 80% से भी ज़्यादा ऐसी समस्याएं शामिल हैं ।

जिनके लिए लोग डॉक्टर के पास जाते हैं। साथ ही, 90% से ज़्यादा ऐसी समस्याएं हैं जिन्हें इंटरनेट पर सबसे ज़्यादा खोजा जाता है। हमारे इस काम को Nature Medicine और JAMA Network Open में हाइलाइट किया गया है।

AI in healthcare now : फेफड़े के कैंसर का पहले से पता लगाने के लिए एक बेहतर कदम

दुनिया भर में फेफड़े के कैंसर से हर साल, 18 लाख से ज़्यादा लोगों की मौत होती है. कैंसर से मरने वाला हर पांचवां व्यक्ति, फेफड़े के कैंसर से पीड़ित होता है। यह कैंसर से होने वाली मौतों की सबसे बड़ी वजह है। Nature Medicine में पब्लिश हुई हमारी रिसर्च में डीप लर्निंग के बारे में बताया गया है. इसके ज़रिए डॉक्टर, फेफड़े के कैंसर की जांच बेहतर तरीके से कर सकते हैं। साथ ही, किसी दूसरी बीमारी की जांच के दौरान फेफड़े के कैंसर का भी पता लगा सकते हैं ।

AI in healthcare now : आंख की जांच करके, अनीमिया के लक्षणों का पता लगाना

आंख की जांच करके, अनीमिया (खून की कमी) जैसे रोग का पता चल सकता है। अनीमिया की वजह से, दुनिया भर में 1.6 अरब लोगों को थकान और कमज़ोरी महसूस होती है। साथ ही, चक्कर और बहुत ज़्यादा नींद भी आती है।  Nature Biomedical Engineering में पब्लिश हुए लेख के मुताबिक, हम डीप लर्निंग का इस्तेमाल करके, हीमोग्लोबिन के स्तर को मापने में कामयाब रहे।

साथ ही, हम आंख के पिछले हिस्से की डी-आइडेंटिफ़ाइड फ़ोटो का इस्तेमाल करके, अनीमिया की पहचान भी कर पाए । इस नतीजे से यह पता चलता है कि आने वाले समय में, डॉक्टर एक मामूली से नॉन-इनवेसिव स्क्रीनिंग टूल का इस्तेमाल करके, अनीमिया जैसे रोग का पता लगा पाएंगे ।

स्तन कैंसर की जांच में एआई (AI) किस तरह मदद कर सकता है

स्तन कैंसर का जल्दी पता लगाने में जांच से मदद मिलती है. हालांकि, इस कैंसर का लगातार और बेहतर तरीके से पता लगाना, अब भी बहुत चुनौती भरा काम है। यही वजह है कि पिछले दस सालों में ऐसे जितने भी मामले सामने आए हैं । उनमें से करीब 50% महिलाओं के नतीजे फ़ॉल्स पॉज़िटिव रहे हैं। Nature में पब्लिश हुई हमारी रिसर्च में दिखाया गया है कि हमारा एआई (AI) मॉडल, स्वास्थ्यकर्मियों की ही तरह या उनसे भी बेहतर तरीके से, डी-आइडेंटिफ़ाइड स्क्रीनिंग मैमोग्राम का विश्लेषण कर सकता है।

हम जांच करने वाले डिवाइस से जुड़ी रिसर्च में दूसरों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, ताकि समझ सकें कि यह मॉडल, क्लिनिकल प्रैक्टिस में मैमोग्राफ़ी जांच से बीमारी का पता लगाने में लगने वाले समय को कम करने में किस तरह मदद कर सकता है। इसमें, आकलन के समय को कम करना और मरीज़ों के अनुभव को बेहतर बनाना भी शामिल है।

AI in healthcare now : चीन ने बनाया दुनिया का पहला AI हॉस्पिटल, रोबोटिक एआई डॉक्टर करेंगे मरीजों का वर्चुअल इलाज 

चीन ने हाल ही में दुनिया का पहला एआई-बेस्ड हॉस्पिटल जिसे 2021 में लांच किया गया। जहां मरीजों का इलाज रोबोट द्वारा किया जाएगा। इस हॉस्पिटल का नाम ‘एजेंट हॉस्पिटल’ रखा गया है। यह हेल्थ केयर फील्ड में एक क्रांतिकारी कदम है, जो आधुनिक तकनीक और चिकित्सा के संगम से संभव हो सका है।

इसे शिंघुआ यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने तैयार किया है। इस हॉस्पिटल का उद्देश्य मेडिकल प्रोसेस को ज्यादा कुशल और तेज बनाना है, साथ ही डॉक्टरों के बोझ को कम करना और मरीजों को हाई क्वालिटी केयर प्रदान करना है। इस हॉस्पिटल में 14 एआई डॉक्टर्स और 4 नर्स हैं।

अमेरिका (USA) AI का उपयोग रेडियोलॉजी, कैंसर थैरेपी, जीनोमिक्स और सर्जरी में किया जा रहा है।

एआई का उपयोग स्वास्थ्य में क्या है?


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