माध्यम सर्वश्रेष्ठ है : जिसके माध्यम से तुम सही जगह पहुँचे उसकी इज्जत करो – श्री संकर्षण शरण जी(गुरु जी)

अध्यात्म।। अपने माध्यम को कभी भी नजरअंदाज मत करना चाहे वो ईश्वर की अनुभूति कराने वाला गुरु हो या,गुरु से मिलाने वाला कोई मित्र या कोई शुभचिंतक हो,या फिर राजनीति में आगे परिचय कराने वाला और आगे बढ़ाने वाला कोई पदाधिकारी हो ,या फिर किसी भी कार्य मे जहाँ से तुम लाभान्वित हो रहे हो या हुये हो उसके माध्यम की इज्जत करना,उससे मुँह मत मोड़ना,और हमेशा उसे प्रसन्न रखना,किसी के बहकावे में मत आना ,अन्यथा एक दिन बहुत पश्चताप होगा,थोड़े समय तो तुम्हे अच्छा लगेगा किन्तु स्थाई रूप से तुम फँस जाओगे फिर न तो इधर के रहोगे और न ही उधर के रहोगे । अगर ऐसी गलती कभी किया हो कि अपने माध्यम को कभी हर्ट किया हो तो अभी और आज हीं क्षमा माँग लो,मिल लो और पुनः एक हो जाओ,अहंकार किसी का किसी दिन न कभी काम आया है और न तुम्हारा आयेगा

सलाह:-जिसके माध्यम से तुम सही जगह पहुँचे उसकी इज्जत करो

जय माँ || संकर्षण शरण (गुरु जी)