त्रिपुरा: आईपीएफटी के संस्थापक एन सी देबबर्मा का निधन…पीएम मोदी ने जताया दुख

अगरतला, (भाषा)

त्रिपुरा के वरिष्ठ मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सत्तारूढ़ सहयोगी आईपीएफटी के संस्थापक-अध्यक्ष एन सी देबबर्मा का रविवार को मस्तिष्काघात (सेरिब्रल स्ट्रोक) के कारण निधन हो गया। इस की वजह सेरिब्रल स्ट्रोक बताई जा रही है। वह 80 वर्ष के थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी, चार बेटे और तीन बेटियां हैं।

‘इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा’ (आईपीएफटी) के प्रवक्ता अमित देबबर्मा ने बताया कि राज्य के राजस्व व वन मंत्री की हालत पिछले कुछ महीनों से ठीक नहीं थी। वह मधुमेह से भी पीड़ित थे।

प्रवक्ता ने बताया कि उन्हें शनिवार को मस्तिष्काघात हुआ था। उन्हें यहां एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी सर्जरी हुई। रविवार अपराह्न 2.45 बजे उनका निधन हो गया। ऑल इंडिया रेडियो (एआईआर), अगरतला के निदेशक के रूप में अपनी सेवानिवृत्ति के बाद देबबर्मा ने 2009 में आईपीएफटी की स्थापना की थी। उन्होंने 2018 के विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा के साथ गठबंधन किया था।

आईपीएफटी ने एनसी देबबर्मा के नेतृत्व में पिछले विधानसभा चुनाव में अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित नौ में से आठ सीट पर जीत हासिल की थी। मेवार कुमार जमातिया के साथ देबबर्मा को बिप्लब कुमार देब के मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था।

पीएम मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देबबर्मा के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उन्हें आने वाली पीढ़ियां एक मेहनती जमीनी नेता के रूप में याद रखेंगी, जिन्होंने हमेशा लोगों की भलाई के लिए काम किया। पीएम ने ट्वीट कर कहा कि एनसी देबबर्मा को आने वाली पीढ़ियों द्वारा एक मेहनती जमीनी नेता के रूप में याद किया जाएगा, जिन्होंने हमेशा लोगों की भलाई के लिए काम किया। उन्होंने त्रिपुरा की प्रगति में एक समृद्ध योगदान दिया। उनके निधन से दुख हुआ। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना। ओम शांति।

3 दिन का राजकीय शोक घोषित
नरेंद्र चंद्र देबबर्मा के निधन पर त्रिपुरा CM माणिक साहा ने कहा कि वे बहुत सज्जन व्यक्ति थे। उनसे हम बहुत कुछ सीखते थे। मैं उनसे मिलने भी गया था, डॉक्टर से भी मेरी बात हुई थी। उनकी सोच को आगे रखकर हम आगे बढ़ेंगे। उनकी आत्मा को शांति मिले। हमने 3 दिन का राजकीय शोक घोषित किया है।

(यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दैनिक हिन्द मित्र  जिम्मेदार नहीं है.)