ADHARSHILA Katni Stone Fest : कटनी स्टोन एवं मार्बल शिल्प “आधार शिला” शैलोत्सव का समापन

कटनी स्टोन एवं मार्बल शिल्प “आधार शिला” शैलोत्सव

कटनी

अद्भुत प्रतिभा के धनी हैं हमारे मध्य प्रदेश के शिल्पकार। एक जिला एक उत्पाद के तहत आयोजित #KatniStoneFest #ADHARSHILA में कटनी के पत्थर पर देश भर से आए शिल्पकारों ने भी अपनी कल्पना उकेरी। उत्कृष्ट कला के लिए सभी कलाकारों को बधाई और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं।

कटनी जिला मध्य प्रदेश का पहला स्टोन आर्ट फेस्टिवल – आधारशिला लॉन्च करते हुए गर्व महसूस कर रहा है। हमारे पहले कटनी स्टोन फेस्ट में एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) के तहत कटनी स्टोन मनाने में सहभागिता करें ।

भारत के मूर्तिकारों के लिए सैंड स्टोन और मार्बल पर अपनी कृतियों को तराशने और प्रस्तुत करने का अवसर।महोत्सव की रचनाओं को आधारशिला के समापन दिवस पर प्रदर्शनी-सह-नीलामी के लिए रखा जाएगा। “कटनी स्टोन” मनाने में हमारे साथ शामिल हों।

कटनी जिले में स्टोन एवं मार्बल शिल्पकारो को सुन्दर सुअवसर प्रदान करने हेतु कटनी में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध सेंड स्टोन एवं मार्बल से शिल्प कलाकृति निर्माण के लिए शिल्पकारो को विशिष्ठ अवसर प्रदान करने हेतु “आधार शिला” शैलोत्सव का आयोजन दिनाक 09 नवम्बर से  28 नवम्बर 2021 के मध्य किया जा रहा है इसमे शिल्पकारो द्वारा सेंड स्टोन एवं मार्बल पर शैल कलाकृति को निर्मित किया जायेगा | पत्थर पर देशभर से आये शिल्पकारों द्वारा बनाये गए शिल्पों की प्रदर्शनी लगाई गई है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अद्भुत प्रतिभा के धनी हैं हमारे मध्य प्रदेश के शिल्पकार। एक जिला एक उत्पाद के तहत आयोजित #KatniStoneFest #ADHARSHILA में कटनी के पत्थर पर देश भर से आए शिल्पकारों ने भी अपनी कल्पना उकेरी। उत्कृष्ट कला के लिए सभी कलाकारों को बधाई और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं।

यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी ने #MannKiBaat में वीरांगना रानी दुर्गावती के शौर्य का उल्लेख करते हुए कटनी में आयोजित #KatniStonefest में दास्तानगोई की चर्चा की। लोक विधा, कला व परंपरा के प्रति अद्भुत आग्रह से ही प्रधानमंत्री  कोटि-कोटि देशवासियों के प्रिय नेता हैं।

मध्यप्रदेश की भूमि, संस्कृति और कला गुणों से सराबोर है। यहाँ की राजसी परंपराओं ने लंबे समय तक कला, संगीत, साहित्य, वास्तुकला, दर्शन, चित्रों और ऐसे कई क्षेत्रों में उत्कर्ष किया है। शानदार मंदिर, भव्य महल, कालिदास, भर्तृहरी, बिहारी जैसे महान कवि, तानसेन, बैजू बावरा जैसी संगीत क्षेत्र की जानी-मानी हस्तियां, विक्रमादित्य, राजा भोज, रानी दुर्गावती और अहिल्या बाई जैसे राजनीतिज्ञ और ऐसे कई महानुभाव, मध्यप्रदेश का गौरव रहे हैं। मध्यप्रदेश ने हमेशा अपनी समृद्ध विरासत को संजोह कर रखा है। संगीत और नृत्य की शास्त्रीय परंपरा, प्रथागत रूप से यहाँ मौजूद है। राज्य ने दुर्लभ कला के क्षेत्र में बेहतरीन योगदान दिया है |

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