प्रोटीन हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है, इसकी कमी होने पर प्रोटीन ड्रिंक पीने की सलाह दी जाती है, एथलीट के लिए प्रोटीन ड्रिंक का सेवन करना जरूरी होता है, लेकिन क्या आपको पता है बहुत अधिक प्रोटीन ड्रिंक सेहत के लिए नुकसानदेह है।
प्रोटीन ड्रिंगक्स का नाम तो आपने सुना ही होगा, खासतौर पर अगर आप जिम जाते हैं। माना जाता है कि वर्कआउट करने से शरीर में प्रोटीन की जरुरत बढ़ जाती है। जिसे पूरा करने के लिए कुछ लोग कृत्रिम प्रोटीन विकल्पों का सेवन भी करते हैं। वैसे भी प्रोटीन हमारे शरीर के लिए जरूरी पौषण तत्वों में से एक है। लेकिन प्रोटीन शेक केवल लाभदायक ही नहीं बल्कि इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं।
हो सकती है एलर्जी
वे लोग जिन्हें अंडे, सोया व दूध से एलर्जी होती है उन्हें इन प्रोटीन ड्रिंक्स से भी एलर्जी हो सकती है। ऐसे में प्रोटीन ड्रिंक्स पीने से दस्त, उल्टी व निर्जलीकरण हो करता है।
विषाक्त पदार्थ
कई प्रोटीन पाउडरों में लेड, आर्सेनिक व पारा जैसे हानिकारक एवं विषैले तत्व भी हो सकते हैं। हालांकि निर्माता कंपनियां इनकी मौजूदगी का खुलासा लेबल पर नहीं करती है। कई परीक्षणों में कुछ प्रोटीन पाउडरों में इन विषैले तत्वों की उपस्थिति पाई गई है।
पेट भी खराब होता है
दूध से बने प्रोटीन शेक में लैक्टोज होता है। तो वे लोग जो दूध में मौजूद लैक्टोज नहीं पचा पाते हैं उनका पेट खराब हो सकता है। इसके कारण आपको गैस, दस्त, पेट में मरोड़ या भारीपन आदि हो सकते हैं।
अंगों को नुकसान
कई बार लोग प्रोटीन के सेवन की मात्रा बढ़ा देते हैं और शरीर में प्रोटीन की ज्यादा मात्रा किडनी व लीवर को नुकसान पहुंचा सकती है। किडनी व लीवर के रोगियों में तो इसकी संभावना बहुत होती है। यह भी प्रोटीन पाउडर का एक नकारात्मक गुण होता है।
वजन बढ़ा सकता है
वजन सामान्यत: दो कारणों से बढ़ता है। पहला, जरूरत से ज्यादा मात्रा में प्रोटीन शेक का सेवन और दूसरा शरीर में मौजूद प्रोटीन का इस्तेमाल न कर पाने की वजह से। क्योंकि प्रोटीन को अवशोषित करने में शरीर को थोड़ा ज्यादा समय लगता है। इसलिये बैठे रहने से आपके शरीर में मौजूद प्रोटीन फैट में बदल सकता है।
हो सकते हैं कुपोषण के शिकार
प्रोटीन की आवाश्यकता को पूरा करने के लिए केवल प्रोटीन शेक पर निर्भर हो जाने की वजह से कुपोषण की समस्या भी हो सकती है। क्योंकि हमारे शरीर को प्रोटीन के साथ-साथ अन्य पोषक तत्व जैसे कैल्शियम, आयरन, विटामिन व खनिज आदि की भी उतनी ही जरूरत होती है। जिन्हें प्रोटीन से समृद्ध अन्य प्राकृतिक खाद्य पदार्थों के सेवन से भी पूरा किया जा सकता है।
थायरॉयड की समस्या
प्रोटीन शेक में सोया भी होता है। सोया, थायरॉयड ग्रंथि को आयोडीन को अवशोषित करने से रोकता है, साथ ही थायरॉयड ग्रंथि की क्षमता को भी घटाता है। तो कभी-कभी प्रोटीन शेक थायरॉयड व गण्डमाला की समस्या का कारण भी बन सकता है।
पोषण की कमी
प्रोटीन शेक में चीनी व कुछ अन्य कृत्रिम सामग्री उच्च मात्रा में होती हैं, जिनके कारण यह हमारे स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक सबित हो सकता है। इसलिए बेहतर होगा कि हम प्रोटीन शेक के बजाय प्रोटीन युक्त प्राकृतिक खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
कोलेस्ट्रॉल व हृदय रोग
कुछ प्रोटीन शेक्स में काफी वसायुक्त पदार्थ होते हैं जिनकी वजह से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है। गौरतलब है कि कोलेस्ट्रॉल, हृदय रोग व स्ट्रोक के जोखिम को काफी बढ़ाता है।