बिलासपुर
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए रेलवे ने अभी से सतर्कता बरतनी शुरू कर दी हैं आज से बिलासपुर रेलवे स्टेशन में आने और जाने वाले यात्रियों के साथ ही बच्चों की भी कोरोना जांच शुरू कर दी हैं। पहले बच्चों को छोड़कर सभी की जांच की जाती थी।
तीसरी लहर में बच्चों के प्रभावित होने की आशंका ज्यादा होने को देखते हुए विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सोमवार से की गई व्यवस्था के संबंध में स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि जांच होने से संक्रमित बच्चों की पहचान हो सकेगी और समय पर चिकित्सकीय सुविधाएं भी मिल जाएंगी।
रेल में यात्रा करने से पहले 72 घंटे की निगेटिव रिपोर्ट दिखाने का आदेश राज्य सरकार की ओर से दिया गया था लेकिन संक्रमण की स्थिति कम होने के बाद इसे 48 घंटे कर दिया गया लेकिन इसमें बच्चों को दूर रखा गया था। लेकिन अभी हाल ही में बच्चों में भी कोरोना के लक्षण देखे गए हैं और केंद्र सरकार, राज्य और विशेषज्ञों की ओर से कहा जा रहा हैं कभी भी कोरोना की तीसरी लहर आ सकती हैं जिसमें इस बार बच्चों पर ज्यादा असर करने की संभावना जताई गई हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर जोन ने बिलासपुर रेलवे स्टेशन में आने और जाने वाले यात्रियों की कोरोना जांच तो पहले से ही रहा हैं लेकिन आज से बच्चों की भी कोरोना जांच शुरू कर दी गई हैं जिसमें दूधमुंहे बच्चे भी शामिल थे। हालांकि ट्रेनों में अभी भीड़ कम है इसलिए बहुत कम यात्री ऐसे थे जो बच्चों को साथ लेकर सफर करने रेलवे स्टेशन पहुंचे।