नई दिल्ली
विराट एंड कंपनी को इंग्लैंड में न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल की तैयारियां के लिए कम समय मिलेगा है। इससे उसकी खिताब की उम्मीदों को झटका लग सकता है। पर टीम इंडिया के क्षेत्ररक्षण कोच आर श्रीधर को लगता है कि खिलाड़ियों का अपार अनुभव इस चुनौती से पार पाने के लिए पर्याप्त होगा। कम तैयारी के साथ उतरना फायदेमंद साबित हो सकता है।
श्रीधर से जब पूछा गया कि भारत को फाइनल की तैयारी के लिए कितना समय मिलेगा, उन्होंने कहा,‘मुझे नहीं लगता कि हमारे पास कोई विकल्प है। हमें जितना भी समय मिलेगा हम उसका पूरा फायदा उठाना चाहेंगे क्योंकि यह सब एकांतवास, हमारे वहां पहुंचने के समय और अभ्यास मैच मिलने पर निर्भर करता है। इसलिए मुझे नहीं लगता कि हमारे पास कोई विकल्प है। यह मानसिक तौर पर स्मार्ट होने का समय है। हमारे पास फाइनल में खेलने के लिए अनुभवी टीम है।
प्रत्येक खिलाड़ी परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाने में सक्षम है। वे न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले हैं, वे इंग्लैंड में खेले हैं। इसलिए मुझे लगता है कि अनुभव मायने रखेगा और हमें यह चुनौती स्वीकार करनी होगी। हम वास्तव में यह योजना नहीं बना सकते कि हम कितने अभ्यास सत्र चाहते हैं क्योंकि हम सिर्फ उतने ही अभ्यास सत्र में भाग ले पाएंगे जितने हमें मिलेंगे। कई बार जब आप कम तैयारियों के साथ मैदान पर उतरते हो तो आप अधिक ध्यान लगाकर खेलते हो और ऐसे में आप अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी कर सकते हो। हम इसी मानसिकता के साथ इस मैच में खेलेंगे।’
भारतीय टीम के एक सप्ताह के कड़े एकांतवास के बाद जून के पहले हफ्ते ब्रिटेन रवाना होने की संभावना है। अभी यह पता नहीं चला है कि भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ 18 जून से साउथम्पटन में शुरू होने वाले फाइनल से पहले अभ्यास की अनुमति दी जाएगी या नहीं। भारतीय टीम को इसके बाद अगस्त से इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है।