राशिफल;14 अप्रैल। Apple Sent A Huge Now : एप्पल ने संभावित नए अमेरिकी टैरिफ्स को भांपते हुए भारत से iPhone और अन्य प्रोडक्ट्स की शिपमेंट तेज कर दी है। इस कदम का मकसद यही है कि वे मौजूदा स्टॉक को पहले ही अमेरिका में पहुँचा दें, ताकि जब टैरिफ लागू हों, तो नए आयात पर बढ़ी हुई लागत से बचा जा सके।
शिपमेंट सिर्फ तीन दिनों में पहुँचाया गया
Apple Sent A Huge Now : एप्पल ने मार्च के आखिरी हफ्ते में भारत से अमेरिका तक पाँच विमानों के जरिए iPhone और अन्य उत्पादों की बड़ी खेप भेजी। एक वरिष्ठ भारतीय अधिकारी ने पुष्टि की यह शिपमेंट सिर्फ तीन दिनों में पहुँचाया गया था यानी असाधारण तेज़ी से काम हुआ।
अमेरिका में 5 अप्रैल से लागू हुए नए 10% टैरिफ
Apple Sent A Huge Now : इस कदम के पीछे का मुख्य कारण अमेरिका में 5 अप्रैल से लागू हुए नए 10% टैरिफ से बचना जिसे तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन ने लागू किया है । अगर एप्पल समय पर ये प्रोडक्ट्स अमेरिका नहीं भेजता, तो उन्हें हर यूनिट पर अतिरिक्त 10% शुल्क देना पड़ता जिससे या तो प्रॉफिट मार्जिन घटता, या फिर उपभोक्ताओं के लिए कीमतें बढ़ानी पड़तीं।
Apple Sent A Huge Now : भारत या अन्य बाजारों में खुदरा कीमतें बढ़ाने का कोई इरादा नहीं
सूत्रों ने बताया कि एप्पल फिलहाल भारत या अन्य बाजारों में खुदरा कीमतें बढ़ाने का कोई इरादा नहीं रखती। अमेरिका में नए 10% टैरिफ लागू हो चुके हों, एप्पल ने ये तय किया है कि कम-से-कम अभी के लिए ग्राहकों पर अतिरिक्त बोझ नहीं डाला जाएगा।
Apple Sent A Huge Now : भारत और चीन के विनिर्माण केंद्रों से माल को तेजी से अमेरिका भेजा
इस प्रभाव को कम करने के लिए, कंपनी ने दो बड़े कदम उठाए भारत और चीन के विनिर्माण केंद्रों से माल को तेजी से अमेरिका भेजा, ताकि नए टैरिफ का असर स्टॉक पर न पड़े। और ये सब उस वक्त किया गया जब आमतौर पर मार्च-अप्रैल में शिपिंग सीजन सुस्त होता है (क्योंकि साल की शुरुआत के बाद डिमांड थोड़ी शांत हो जाती है)। फिर भी एप्पल ने अतिरिक्त लॉजिस्टिक्स लागत उठाकर माल जल्दी पहुँचाया।
Apple Sent A Huge Now : एप्पल ने ग्लोबल लेवल पर एक समन्वित प्रयास किया
एक सूत्र के अनुसार “भारत, चीन और अन्य प्रमुख स्थानों की फैक्ट्रियां उच्च टैरिफ की आशंका में अमेरिका को उत्पाद भेज रही थीं।” सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि चीन और अन्य जगहों की एप्पल फैक्ट्रियों ने भी टैरिफ लागू होने से पहले bulk shipments शुरू कर दी थीं। एप्पल ने ग्लोबल लेवल पर एक समन्वित प्रयास coordinated effort किया था ताकि अमेरिका में प्रोडक्ट्स का स्टॉक भरपूर रहे और नए टैरिफ से पहले की कीमतों पर सेल हो सके।