नई दिल्ली: विश्व योग दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सहजता के साथ जीवन से जुड़ा योग हमें प्रतिपल लाभ देता है, दुनिया योग की शक्ति को मानती है। विश्व योग को वैश्विक भलाई के लिए एक शक्तिशाली एजेंट के रूप में देखता है। यह लोगों को अतीत के बोझ को ढोए बिना वर्तमान में जीने में मदद करता है। श्रीनगर के एसकेआईसीसी में 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मुख्य समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने यह बातें कहीं।

विश्व योग को वैश्विक भलाई के एक शक्तिशाली एजेंट के रूप में देख रहा है
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लगातार हो रही योग पर चर्चा
प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया भर में योग करने वालों की संख्या हर दिन बढ़ रही है और यह दिनचर्या उनके दैनिक जीवन का हिस्सा बनती जा रही है। पीएम ने कहा, ‘योग करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मैं जहां भी जाता हूं, शायद ही कोई (अंतरराष्ट्रीय) नेता हो जो मुझसे योग के लाभों के बारे में बात न करता हो।’
पीएम मोदी ने तुर्कमेनिस्तान, सऊदी अरब, मंगोलिया और जर्मनी का उदाहरण देते हुए कहा, “कई देशों में योग लोगों के दैनिक जीवन का हिस्सा बनता जा रहा है। ध्यान का यह प्राचीन रूप वहां तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने 101 वर्षीय फ्रांसीसी महिला चार्लोट चोपिन का भी जिक्र किया, जिन्हें अपने देश में योग को लोकप्रिय बनाने में उनकी सेवाओं के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
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योग से रोजगार के रास्ते खुले
उन्होंने कहा, ‘लोग अब फिटनेस के लिए निजी योग प्रशिक्षकों को नियुक्त कर रहे हैं और कंपनियां अपने कर्मचारियों के लिए मन और शारीरिक फिटनेस कार्यक्रमों में योग को शामिल कर रही हैं। इसने आजीविका के नए रास्ते खोले हैं।’
योग केवल ज्ञान ही नहीं, विज्ञान भी
प्रधानमंत्री ने कहा कि योग आज लोगों के सामने आने वाली कई समस्याओं का समाधान प्रदान करता है। योग केवल ज्ञान ही नहीं बल्कि विज्ञान भी है। सूचना क्रांति के इस युग में सूचना स्रोतों की बाढ़ आ गई है और मानव मन के लिए एक विषय पर ध्यान केंद्रित करना एक चुनौती है। इसका समाधान भी योग में है क्योंकि यह मन को केंद्रित करने में मदद करता है।
सेना से लेकर खेल जगत तक की दिनचर्या योग से शुरू होता है
प्रधानमंत्री ने कहा कि सेना से लेकर खेल जगत तक ने योग को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अंतरिक्ष यात्रियों और अंतरिक्ष परियोजनाओं पर काम करने वाले लोगों को भी योग का प्रशिक्षण दिया जाता है क्योंकि इससे उत्पादकता के साथ-साथ सहनशीलता भी बढ़ती है।
जम्मू कश्मीर में योग हो रहा लोकप्रिय
उन्होंने कहा कि कई जेलों में कैदियों को भी योग सिखाया जाता है ताकि वे सकारात्मक चीजें सोच सकें। पीएम मोदी ने इस बात पर संतोष जताया कि जम्मू-कश्मीर के लोग भी योग को अपना रहे हैं जिससे केंद्र शासित प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र को मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, “मैं कल से देख रहा हूं कि श्रीनगर और जम्मू-कश्मीर के बाकी हिस्सों में योग लोकप्रिय हो रहा है।
यह बड़ी बात है कि 50,000 से 60,000 लोग योग से जुड़े हैं। इससे यहां अधिक पर्यटक आएंगे।’ इस वर्ष की थीम, ‘स्वयं और समाज के लिए योग’ है। यह थीम व्यक्तिगत कल्याण और सामाजिक सद्भाव दोनों को बढ़ावा देने में योग की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देती है। 2015 से प्रधान मंत्री ने दिल्ली, चंडीगढ़, देहरादून, रांची, लखनऊ, मैसूर और यहां तक कि न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में कर्तव्य पथ सहित विभिन्न प्रतिष्ठित स्थानों पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोहों का नेतृत्व किया है।