रायपुर
राजधानी में नो व्हीकल डे को लोगों ने अब एक प्रकार से स्वंय होकर अपना लिया है, हालांकि इसकी शुरूआत जब सभापति प्रमोद दुबे की अगुवाई में किया गया था तभी से इसे अच्छा प्रतिसाद मिलने लगा था। सबसे बड़ा इसका फायदा स्वास्थ्यगत होने के साथ रचनात्मकता व जन जागरूकता अभियान मानकर लोगों का कारवां जुड़ता गया। हर माह की 3 तारीख को भले ही दिन विशेष के लिए इसे आयोजित किया जाता है,पर अब लोगों ने इसे सुबह की नियमित दिनचर्या में शामिल कर लिया है।
इस कड़ी में आज महामाया मंदिर वार्ड से दूधाधारी सत्संग भवन तक साइकिल चालन किया गया। इस मौके पर सभापति प्रमोद दुबे ने कहा कि साइकिल चलाने की अहमियत लोगों ने कोरोनाकाल में और ज्यादा बेहतरी से जाना है। कुछ दिन कुछ घंटे ही सही यदि हर आदमी साइकिल चालन करे तो ईंधन की बचत से न केवल आर्थिक बल्कि प्रदूषण को नियंत्रित करने में भी मदद मिलेगी। लोगों को अधिक से अधिक कार्य साइकिल से या पैदल चलने की आदत डालने के लिए इस अभियान के माध्यम से प्रेरित किया जा रहा है। नो व्हीकल डे पर बच्चों से लेकर बड़ों को मास्क अनिवार्य रूप से उपयोग करने के लिए भी संदेश दिया गया।
रैली प्रोफेसर कॉलोनी से शुरू होकर के सेक्टर वन सेक्टर 2 एवं राधा स्वामी नगर होते हुए दूधाधारी सत्संग भवन के पास समाप्त हुआ। आज के आयोजन में प्रमोद दुबे के अलावा सत्यनारायण नायक छाया पार्षद सहित, मुन्ना मिश्रा, नीलमणि सिन्हा, निर्मल पांडे,पंकज शुक्ला, विकास जैन, सुयश शर्मा, युवराज सिंह, सेवा साहू सहित महामाया मंदिर वार्ड के अनेक गणमान्य नागरिक शामिल थे।