2024 में पीएम मोदी से मुकाबला करने के लिए शरद पवार ही हैं सही उम्मीदवार : संजय राउत

नई दिल्ली
शिवसेना सांसद और प्रवक्ता संजय राउत ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनव को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्‍होंने कहा फिलहाल प्रधानमंत्री का मुकाबला करने के लिए विपक्ष के पास कोई चेहरा नहीं हैं, बिना विपक्ष के चेहरे के कोई चांस ही नहीं है। बिना बड़े चेहरे के 2024 का चुनाव नरेंद्र मोदी को हराना मुश्किल होगा लेकिन इसके साथ संजय राउत ने ये भी कहा नरेंद्र मोदी के मुकाबले एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार सबसे सही उम्मीदवार हैं। साथ ही संजय राउत ने कहा नरेंद्र मोदी का चेहरा अहम है। कोरोना की दूसरी लहर में पीएम मोदी की लोकप्रियता में थोड़ी कमी आई है, लेकिन वो देश के सबसे बड़े नेता हैं। 

संजय राउत ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व पर कहा उनसे भी बड़े नेता अभी मौजूद है। कांग्रेस में लीडरशिप को लेकर बड़ा संकट है यही कारण है कि इतने लंबे अरसे बाद भी कांग्रेस पार्टी अपना अध्‍यक्ष नहीं चुन पाई है। वहीं मोदी को हराने के लिए विपक्षी दलों को एकजुट करने में जुटे प्रशांत किशोर के बारे में संजय राउत ने कहा कि प्रशांत किशोर ने बंगाल में अच्छा काम किया है, ये टीएमसी ने कहा है, टीएमसी उनके साथ एक एग्रीमेंट भी किया है। हालांकि प्रशांत किशोर ने हमारे साथ भी कुछ समय तक काम किया है। संजय राउत ने प्रशांत किशोर क्‍या करना चाहते हैं ये हमें नहीं पता कि वो विपक्ष को एकजुट करने के लिए क्‍या कर रहे हैं लेकिन अगर कोई गैर राजनीतिक व्यक्ति ऐसा काम करे तो उसको सब लोग मान्यता देते हैं। 

बता दें  प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात की थी। इससे पहले प्रशांत ने शरद पवार से मुलाकात की थी। वहीं बंगाल में टीएमसी के साथ भी उनकी कंपनी ने अगामी कुछ सालों के लिए एग्रीमेंट किया है। प्रशांत किशोर की विपक्षी नेताओं के साथ बैठकों से ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि वो मोदी के खिलाफ विपक्षी पार्टिर्यों को एकजुट करने में जुटे हैं। शिवसेना ने अमित शाह को सहकारिता मंत्री बनाए जाने के फैसले का किया स्वागत, कहा- वो अच्छा काम करेंगे बता दें 2019 में शिवसेना और भाजपा ने मिलकर महाराष्‍ट्र चुनाव में बहुमत हासिल किया था लेकिन मुख्‍यमंत्री की सीट के लिए अड़ी शिवसेना ने भाजपा से सालों पुराना गठबंधन तोड़ लिया था और अपनी विपक्षी एनसीपी और कांग्रेस से हाथ मिलाकर सरकार बना ली थी। जिसे महा अघाडी सरकार का नाम दिया था। माना जाता है कि शरद पवार की पार्टी के साथ मिलकर सरकार बनाने को लेकर संजय राउत ने ही सारी जद्दोजहद की थी। इससे पहले भी संजय राउत शरद पवार को विपक्ष का प्रमुख नेता बनाने की बात कह चुके हैं।
 

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