2021 में उछलकर 12.5 फीसदी पर पहुंच सकती है भारत की विकास दर: IMF का अनुमान

नई दिल्ली
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने कहा है कि 2021 में भारत की विकास दर में काफी बेहतर वृद्धि देखने को मिल सकती है। आईएमएफ ने भारत की विकास दर के 2021 में तेजी से बढ़ते हुए 12.5 प्रतिशत पर पहुंचने का अनुमान लगाया है। जो कि बीते साल यानी 2020 को देखते हुए काफी अच्छी स्थिति है। 2020 में भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे ज्यादा लुढ़कने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से थी। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अपने अनुमान में कहा है, वित्तवर्ष 2021-22 में भारत की विकास दर 12.5 फीसद पर रह सकती है। इससे पहले जनवरी में आईएमएफ ने कहा था कि 2021-22 में भारत की इकोनॉमी 11.5 फीसदी की दर से आगे बढ़ेगी। जिसे संशोधित करते हुए 12.5 फीसदी किया गया है।

 2021-22 में भारत की जीडीपी वृद्धि दर चीन से भी ज्यादा रह सकती है। आईएमएफ ने कहा है कि वित्तवर्ष 2022-23 में भारत की इकोनॉमी 6.9 फीसदी की दर से वृद्धि कर सकती है। आईएमएफ में चीफ इकोनॉमिस्ट गीता गोपीनाथ ने कहा है कि हम पूर्व के अनुमान की तुलना में 2021 और 2022 में वैश्विक अर्थव्यवस्था में मजबूत रिकवरी का अनुमान लगा रहे हैं। हम 2021 में छह फीसदी और 2022 में 4.4 फीसदी की वैश्विक वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं। वर्ल्ड बैंक का भी 7.5 से 12.5 प्रतिशत का अनुमान हाल ही में वर्ल्ड बैंक ने भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ को लेकर सकारात्मक बात कही है। 

वर्ल्ड बैंक ने भारत की विकास दस आगामी वित्तवर्ष में 7.5 प्रतिशत से 12.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। वर्ल्ड बैंक ने 'साउथ एशिया वैक्सीनेट' नाम से जारी एक रिपोर्ट में कहा कि महामारी विज्ञान और नीति विकास दोनों से संबंधित महत्वपूर्ण निश्चितता को देखते हुए अनुमान लगाया जा सकता है कि वित्त वर्ष 2021-22 में भारत की जीडीपी ग्रोथ 7.5 से 12.5 प्रतिशत रहने की उम्मीद है।