जकार्ता, (वार्ता) इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता के उत्तरी हिस्से में ईंधन भंडारण विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर 17 हो गई। जकार्ता डिजास्टर मिटिगेशन एजेंसी (बीपीबीडी) के कार्यवाहक प्रमुख मुहम्मद रिदवान ने शनिवार को बताया कि इस घटना में घायल हुए लोगों की संख्या 51 तक पहुंच गई है और उनका अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है
ईंधन जरूरतों का 25 प्रतिशत आपूर्ति करता है डिपो
जानकारी के अनुसार, राज्य द्वारा संचालित तेल और गैस कंपनी पर्टामिना द्वारा संचालित ईंधन भंडारण स्टेशन, उत्तरी जकार्ता में तनाह मेराह पड़ोस में घनी आबादी वाले क्षेत्र के पास है। यह इंडोनेशिया की ईंधन जरूरतों का 25 प्रतिशत आपूर्ति करता है।
घटनास्थल पर सैकड़ों दमकलकर्मी मौजूद
अग्निशमन अधिकारियों ने कहा कि कम से कम 180 दमकलकर्मी और 37 दमकल गाड़ियां आग पर काबू पाने के लिए मौके पर मौजूद हैं।
स्थानीय टीवी चैनलों पर दिखाए जा रहे घटना के वीडियो में सैकड़ों लोग दहशत में भागते दिख रहे हैं। वहीं, काले धुएं और आग के घने गुबार पूरे आसमान में देखे गए। जानकारी के मुताबिक, दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पा लिया। पर्टामिना के एरिया मैनेजर एको क्रिस्टियावान ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि भारी बारिश के दौरान एक पाइपलाइन फटने से आग लगी।
ईंधन आपूर्ति नहीं होगी बाधित
अधिकारियों ने कहा कि आग देश की ईंधन आपूर्ति को बाधित नहीं करेगी। जकार्ता के अग्निशमन और बचाव विभाग के प्रमुख सतरियादी गुनवान ने कहा कि आवासीय क्षेत्र में रहने वाले लोगों को अभी भी निकाला जा रहा है और उन्हें पास के एक गांव के हॉल और एक मस्जिद में ले जाया जा रहा है।
विस्फोट से 17 की मौत
गुनवन ने कहा, ‘आग से कई विस्फोट हुए और यह तेजी से रिहायशी घरों में फैल गई।’ घटनास्थल का दौरा करने वाले सेना प्रमुख जनरल डुडुंग अब्दुरचमन ने कहा कि कम से कम 17 लोग मारे गए हैं और 42 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से कुछ गंभीर रूप से झुलसे हुए हैं।