स्वस्थ समाज के निर्माण में नर्सिंग शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान: राज्यपाल सुश्री उइके

राजभवन में ‘‘उत्कृष्ट नर्सिंग संचालक एवं शिक्षक सम्मान कार्यक्रम‘‘ संपन्न 55 नर्सिंग शिक्षकों और 130 नर्सिंग कॉलेज संचालकों का किया गया सम्मान

रायपुर, 

राज्यपाल अनुसुईया उइके छत्तीसगढ़ राजभवन में आयोजित ‘‘उत्कृष्ट नर्सिंग शिक्षक सम्मान कार्यक्रम‘‘ में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में 55 नर्सिंग शिक्षकों और 130 नर्सिंग कॉलेज संचालकों को सम्मानित किया गया। छत्तीसगढ़ ग्रुप ऑफ नर्सिंग रायपुर-बिलासपुर के द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में नगर निगम रायपुर के महापौर एजाज ढेबर, स्वास्थ्य विभाग के सचिव डॉ. सी. आर. प्रसन्ना, वरिष्ठ शिक्षाविद् आई. पी. मिश्रा, छत्तीसगढ़ ग्रुप ऑफ नर्सिंग रायपुर के अध्यक्ष नवीन बागरेचा उपस्थित थे।

राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने इस अवसर पर कहा कि स्वस्थ समाज के निर्माण में जितना योगदान नर्सिंग स्टॉफ का होता है उतना ही उनको प्रशिक्षित करने वाले नर्सिंग शिक्षकों का भी होता है। यही शिक्षक उन्हें शिक्षा प्रदान कर नर्सिंग कार्य में पारंगत करते हैं, साथ ही उनमें सेवा भावना के साथ अपने कार्य को ईमानदारी व समर्पण के साथ करने की शिक्षा भी देते हैं। प्रशिक्षण देने वाले ये नर्सिंग शिक्षक/शिक्षिकाओं की उत्तम शिक्षा और प्रेरणा का ही परिणाम है कि नर्सिंग स्टॉफ, समाज की सेवा में समर्पित रूप में बखूबी अपना योगदान दे रहे हैं।

उन्होंने कहा कि मानवता की सेवा बड़ा ही पुण्य काम है और हमारे नर्सिंग स्टॉफ निरंतर इस पुण्य कार्य में समर्पण से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नर्सेस जिस पुण्य सेवा भाव से मरीजों की सेवा करती हैं, शायद परिवार के सदस्य भी इस भावना से अपने परिजनों की सेवा नहीं कर पाते हैं। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा मरीजों के प्रति अपनत्व की भावना और स्नेह मरीजों के मनोबल में वृद्धि कर उनको जल्द ठीक होने के लिए प्रोत्साहित करता है।

राज्यपाल ने कोरोना महामारी की मुश्किल घड़ी का उल्लेख करते हुए कहा कि इस महामारी के दौरान जब परिवार के सदस्य भी मरीजों के पास नहीं होते थे, तब ऐसी कठिन परिस्थितियों में हमारी नर्स बहनों ने बड़ी ही निडरता और स्नेह से मरीजों की सेवा की और अनेक मरीज स्वस्थ हुए। उनके द्वारा समाज की सेवा में किए गए योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि हम सबको मानवीय संवेदना और भाईचारे के साथ एक दूसरे ही सहायता करनी चाहिए।
राज्यपाल ने छत्तीसगढ़ ग्रुप ऑफ नर्सिंग रायपुर द्वारा नर्सिंग शिक्षा के अलावा समाज के भलाई के लिए किए जा रहे कार्यों निःशुल्क शिक्षा, निःशुल्क फिजियोथेरेपी सेवा, आदिवासी बच्चियों को निःशुल्क नर्सिंग की शिक्षा, शहीद परिवारों की बच्चियों को नर्सिंग प्रशिक्षण देने के अलावा अन्य स्वास्थ्य जागरूकता के कार्यक्रमों की सराहना की और कहा कि निश्चय ही इस तरह के कार्य राज्य के विकास में अपना अमूल्य योगदान देंगे।

इस अवसर पर नगर निगम महापौर एजाज ढेबर ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान कोविड सेंटरों की बात करें या वैक्सिेनेशन सेंटरों की, नर्सों ने मरीजों की सेवा में जो अनथक प्रयास किया है वह निश्चय ही सराहनीय है। उन्हीं की बदौलत हम मानवता की सेवा कर पाये और अधिक से अधिक लोगों की जान बचाकर देश-प्रदेश को कोरोना की चपेट से बाहर निकालने में कामयाब हो सके। संस्था की ओर से राज्यपाल सुश्री उइके सहित सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया।

कार्यक्रम को आई. पी. मिश्रा, डॉ. नवीन बागरेचा एवं सुश्री प्रियंका कौशल ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. तृप्ति नागरिया, डॉ. राकेश गुप्ता, सुश्री शताब्दी पाण्डेय तथा बड़ी संख्या में नर्सिंग के विद्यार्थी भी उपस्थित थे।

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