अक्सर देखा गया है कि सुपारी का इस्तेमाल ज्यादातर पूजा में किया जाता है। यह गर्ण तासीर की होती है। इसे जलाकर उसकी राख को दांतों को साफ किया जाता है और दांत चमकीले होते हैं। सुपारी बड़ी और छोटी
होती है। आज हम आपको इसे इस्तेमाल करने पर होने वाले लाभ के बारे में बताएगें।
अगर आपके मसूड़ों से खून है तो सुपारी लेकर उसका मोटा कूटकर काढ़ा बना लें। इस काढ़े से रोज कुल्ला करने पर मसूड़ों से खून आना बंद हो जाता है।
अगर आपको बहुत ज्यादा यूरिन की समस्या हो रहा है तो ऐसे में सुपारी का पाउडर लेकर 1 या 2 ग्राम गाय के घी के साथ इस्तेमाल करें।
हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में सुपारी में मौजूद टैनिन बहुत ही उपयोगी होती है।
इसका अधिक प्रयोग रक्तभार को कम करता है तथा चक्कर आने लगता है।
सुपारी का इस्तेमाल दांतों की सडऩ को रोकने के लिए मंजन के रूप में किया जाता है क्योंकि इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं।
अगर आपके दांतों में कीड़ा लगा है तो सुपारी को जलाकर उसका पाउडर बना लें और इससे रोजाना ब्रश करें।
अगर आपको कही चोट लगने से घाव हो गया हो और खून बह रहा है तो ऐसे में इसका बारीक पाउडर लगाने से खून बहना बंद हो जाता है।
जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या है और उसका मुंह सूखे तो वह एक सुपारी का टुकड़ा मुंह में रख लें। ऐसी करने से मुंह बार-बार नही सूखेगा।
दाद, खाज, खुजली और चकत्ते होने पर सुपारी को पानी के साथ घिसकर लेप करने से फायदा होता है। बहुत ज्यादा खुजली होने पर सुपारी की राख को तिल के तेल में मिलाकर लगाने से लाभ होता है।