रायपुर
रायपुर जिले के तिल्दा विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत पिकरीडीह के निवासी सुरेन्द्र मांडले का पक्का मकान का सपना सकार हो गया है। उनके पास रहने के नाम पर मिट्टी के एक कमरे का कच्चा मकान ही था। जिसमें रहकर जीवन यापन चल रहा था, बरसात के दिनों में छत से पानी टपकता था, जिससे उन्हे अनेक प्रकार के परेशानियों का सामना करना पड़ता था। सुरेन्द्र मांडले और उसका परिवार अपने टूटते हुए कच्चे घर को लेकर चिन्तित रहते थे।
सुरेन्द्र मांडले और उनकी पत्नी गौरी मांडले को टूटते घर की चिन्ता ने उनके चमकते हुए चेहरे की मुस्कान छीन ली थी। सुरेन्द्र मांडले अपने रोजी-रोटी के लिए ग्राम पंचायत के पास छोटे से ठेला लगाकर (अंडा बेचकर) अपना जीवन-यापन करते है। उनकी पत्नी के गर्भवती होने पर उनके घर बनाने का सपना को पूरा करना अब जरूरी हो गया था परन्तु उनकी आमदनी प्रतिदिन 200 से 300 रुपए ही होने पर घर का सपना पूरा नहीं हो पा रहा था। जिन्दगी की इसी उठा पटक में मांडले को एक दिन ग्राम पंचायत से प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण से पक्का आवास मिलने की जानकारी हुई। उन्होंने आवास मिलने की पुरी प्रक्रीया को समझ कर नियमानुसार आवेदन जमा किया। कुछ दिनों के बाद उन्हें आवास स्वीकृति पत्र प्राप्त हुआ। इसी बीच गौरी मांडले ने एक स्वस्थ सुन्दर पुत्र को जन्म दिया ऐसी स्थिति में दोनो दम्पत्ति के आँखों में खुशी के आँसु छलक रहे थे।
हितग्राही मांडले ने तुरंत ही अपने आवास निर्माण का कार्य प्रारंभ किया। देखते ही देखते 4 माह में ही उनका आवास पूर्ण हो गया। आवास में लगने वाले बिजली फिटिंग एवं नल कनेक्शन का कार्य उन्होंने स्वयं किया जिससे कि सर्व सुविधायुक्त आवास का निर्माण हो गया। उन्होंने बताया कि उन्हें आवास योजना के तहत 1 लाख 20 हजार, स्वच्छ भारत मिशन शौचालय राशि 12 हजार एवं मनरेगा मजदूरी हेतु 15 हजार 480 रुपए की राशि प्राप्त हुयी थी।
उन्होंने बताया कि योजना के अभिसरण साथ मिलने वाली स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय, मनरेगा के तहत 90 दिन का रोजगार तथा प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत गैस चुल्हा, राशन कार्ड से अनाज, स्मार्ट कार्ड का लाभ प्राप्त हो रहा है। शासन से संचालित योजनाओं का लाभ मिलने से सुरेन्द्र मांडले एवं उसका परिवार अब खुशहाली से जीवनयापन कर रहे है।