भोपाल
प्रदेश में इन दिनों आईजी रैंक के अफसरों की कमी बनी हुई है। इस साल के अंत में इस रैंक के अफसरों की संख्या सबसे कम हो जाएगी। प्रदेश में साल के अंत में महज 14 आईजी ही बचेंगे। हालांकि अगले साल कुछ डीआईजी पदोन्नत होंगे, लेकिन आईजी रैंक के कुछ अफसर भी पदोन्नत होंगे, इसके चलते यह कमी अगले साल भी प्रदेश में बनी रहेगी। मध्य प्रदेश कॉडर के इस वक्त 20 अफसर आईजी रेंज पर हैं।
वर्ष 1997 से वर्ष 2003 बैच के अफसर आईजी हैं। इनमें से वर्ष 1997 बैच के अफसर सलोमन एसके मिंज प्रतिनियुक्ति पर बॉर्डर सिक्युरिटी फोर्स में आईजी हैं। वहीं वर्ष 1998 बैच के अफसर अशुंमान यादव प्रतिनियुक्ति पर सेंट्रल रिजर्व पुलिस बल में आईजी हैं। प्रदेश में इस वक्त 18 आईजी पदस्थ हैं। जिसमें से ग्वालियर, जबलपुर, चंबल और होशंगाबाद पुलिस जोन के आईजी इस साल रिटायर होने वाले हैं। चंबल रेंज के आईजी मनोज शर्मा जून में रिटायर होंगे। वहीं होशंगाबाद आईजी जेएस कुशवाह और जबलुपर आईजी बीएस चौहान इस साल सितम्बर में रिटायर होने वाले हैं। ग्वालियर आईजी अविनाश शर्मा इस साल के अंत में दिसंबर में सेवानिवृत्त होंगे। यानि इस साल के अंत में प्रदेश में आईजी की संख्या 14 पर पहुंच जाएगी।
अगले साल चार आईजी पदोन्नत होकर एडीजी बन जाएंगे। इसमें मुख्यमंत्री के ओएसडी मकरंद देउस्कर, रीवा आईजी उमेश जोगा, सचिव गृह विभाग डी श्रीनिवास वर्मा एडीजी बनेंगे। जबकि डीआईजी रेंक के पांच अफसर आईजी बनेंगे। इनमें वर्ष 2004 बैच के डीआईजी सीआईडी गौरव राजपूत, भोपाल डीआईजी इरशाद वली, डीआईजी सागर आरएस डेहरिया और भोपाल ग्रामीण डीआईजी संजय तिवारी शामिल हैं।