कोरबा
एसईसीएल के चेयरमेन प्रमोद अग्रवाल के द्वारा मानवीय पहल दिखाते हुए एसईसीएल दीपका क्षेत्र में कार्यरत ओवरमैन सतीश कुमार रवि की सुपुत्री सृष्टि रानी, ऊम्र लगभग 2 वर्ष, दुर्लभ बीमारी (rare disease) स्पाइनल मस्कूलर एट्रोफ़ी टाइप-२ से ग्रसित है। इलाज के लिए 16 करोड़ की राशि स्वीकृत प्रदान करने पर कोरबा साँसद ज्योत्सना महंत ने कोल इंडिया के चेयरमेन से थैंक्यू कहते हुए उनके प्रति आत्मीय आभार जताया ।
इनका इलाज एम्स दिल्ली में किया जा रहा है। उनके एम्स के चिकित्सा रिपोर्ट के अनुसार, इस बीमारी के लिए अमेरिका की USFDA द्वारा अनुमोदित एक इंजेक्शन है हालाँकि इसकी दीर्घावधि में सुरक्षा तथा प्रभाव के बारे में पर्याप्त आँकड़े नहीं हैं। इस ड्रग के प्रभाव के अध्ययन से सम्बंधित नतीजे आने शेष हैं। भारत सरकार की DGCI द्वारा इसके अनुमोदन की प्रतीक्षा है। एम्स की टीम USFDA द्वारा अनुमोदित ड्रग के आधार पर इलाज के लिए तैयार थी यदि वित्तीय सहायता दी जा सके। इस ड्रग को ख़रीदने में लगभग 2.125 मिलियन डॉलर (लगभग 16 करोड़ रुपए) का व्यय आएगा।
कोरबा सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत ने प्रधानमंत्री व कोयला मंत्री से गुहार लगाई थी कि छत्तीसगढ़ के कोरबा जिला अंतर्गत कोल कंपनी एसईसीएल दीपका खदान में ओव्हरमेन के पद पर सतीश कुमार की मासूम पुत्री सृष्टि मांसपेशियों की दुर्लभ बीमारी स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी टाइप-1 से पीडि़त है। जिसके ईलाज के लिए बहुत ही अधिक खर्च अनुमानित है। कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत ने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र प्रेशित कर आग्रह किया है कि मासूम सृष्टि के ईलाज की समूचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के दिशा में विशेष तौर पर मानवीय पहल करेंगे। सांसद ने तात्कालीन कोयला मंत्री पीयूष गोयल को पृथक से पत्र भेजकर आग्रह किया है कि मासूम सृष्टि कोल इंडिया एसईसीएल कर्मी की पुत्री है, आवश्यक होगा कि माननीय प्रधानमंत्री को प्रेषित पत्र पर आवश्यक पहल करने के साथ-साथ मासूम सृष्टि का ईलाज वर्तमान में अपोलो बिलासपुर में चल रहा है। जिसके लिए जन सहयोग से भी राशि जुटाई गई है। जो पर्याप्त नहीं है। सांसद ने कोयला मंत्री से आग्रह किया है कि मासूम सृष्टि का प्रारंभिक तौर पर हो रहे ईलाज में एसईसीएल प्रबंधन पूरी तरह जिम्मेदारी का निर्वहन करें। इसके लिए आवश्यक निर्देश देने का आग्रह था ।