विश्व महिला दिवस विशेष:10 महिलाएं संभाल रही पोषण आहार निर्माण का जिम्मा, रेडी टू इट बनाकर हो रहे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर

सुकमा,

ग्रामीण महिलाएं भी अब आत्मनिर्भरता के मामले में किसी से पीछे नहीं हैं। गांवों में महिलाओं को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाने में स्वयं सहायता समूह अहम भूमिका निभा रहा है। इससे महिलाओं का जीवन स्तर पहले से बेहतर बन रहा है। आत्मनिर्भर महिलाएं घर संचालन में सहयोग प्रदान कर रही हैं।

सुकमा जिले के संवेदनशील कहे जाने वाले विकासखंड छिंदगढ़ के तोंगपाल ग्राम में सागर स्वयं सहायता समूह द्वारा वर्ष 2011 से रेडी टू इट फूड निर्माण कार्य किया जा रहा है। महिला एवं बाल विकास परियोजना के तहत संचालित पूरक पोषण आहार योजना में रेडी टू इट फूड का वितरण किया जाता है। जिसे गर्भवती, शिशुवती माता, 6 माह से 6 वर्ष के लिए बच्चों के लिए प्रोटीन एवं कैलोरी युक्त पैकेजिंग आहार दिया जाता है। सागर स्व-सहायता समूह की 10 महिलाओं ने खाद्य सुरक्षा के नियमों का पालन करते हुए रेडी टू इट का काम चालू किया और अपने ही गांव में रेडी टू इट को आजीविका का साधन बनाया। रेडी टू ईट से परिवार की आय बढ़ाने वाली समूह की महिलाओं में अध्यक्ष मुन्नीबाई, सचिव श्यामबति, दिसमति, हेमलता, भागेश्वरी, गंगी, चमरिन, ज्योति, सुदरी, विमला आदि सदस्य शामिल हैं।

सागर स्वयं सहायता समूह की सचिव श्यामवती बघेल नद ने बताया, ” तोंगपाल आंगनबाड़ी सेक्टर के अंतर्गत प्रत्येक आंगनबाड़ी में स्वयं के द्वारा नियमित रूप से रेडी टू इट आहार आपूर्ति करने का जिम्मा सागर स्व-सहायता समूह ने लिया है। समूह प्रत्येक माह अनाजों को सूखा कर, छटाई करते हुये, निश्चित मात्रा में अनाजों को पिसाई के साथ पैकेजिंग कर तोंगपाल सेक्टर के प्रत्येक आंगनबाड़ी केन्द्रों में सप्लाई करता है। समूह द्वारा हर माह औसतन 1 लाख से अधिक मूल्य की पोषण सामग्री खरीद कर पोषण आहार का निर्माण किया जा रहा है। वर्तमान में खाद्य पदार्थों के दर में वृद्धि के कारण पहले की तुलना में अभी कम लाभ प्राप्त हो रहा है, लेकिन समूह से जुड़ी महिलाएं अपने घरेलू कार्यो और कृषि कार्यो के अलावा खाली समय मे अपना कार्य कर सामूहिक रूप से प्रतिमाह 15 से 20,000 रुपये लाभांश प्राप्त करती हैं। इसके जरिए उन्हें आत्मनिर्भर होने का मौका मिला है। साथ ही उनके परिवार की आर्थिक स्थिति भी सुधर रही है।“

समूह की सदस्य हेमलता ने बताया, “जिस प्रकार हम घर के लिये बनाये गये भोजन में साफ सफाई और गुणवत्ता का ध्यान रखते हैं उसी प्रकार सभी सदस्यगण रेडी टू ईट पोषण आहार को साफ सफाई कर पूरी लगन एवं निष्ठा के साथ बनाते हैं। बच्चों को कुपोषण से निजात दिलाने के लिए हमारा प्रयास रहता है कि तय समय पर प्रत्येक आंगनबाड़ी को रेडी टू इट के पैकेट उपलब्ध करा दिए जाएं जिससे कोई भी गर्भवती माता व बच्चे पोषण सामग्री पाने से वंचित न रहे कोविड महामारी के दौरान हम बिना बाधाओं के काम करने में सक्षम रहे।“

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