रेविल रैन्समवेयर अटैक का मंडराया खतरा, फेसबुक पर भी बरते सावधानी

भोपाल
प्रदेश में भी अब रेविल रैन्समवेयर अटैक का खतरा मंडराने लगा है। राज्य सायबर सेल ने इस संबंध में आशंका जताते हुए चेताया है और इससे बचने के कुछ उपाय भी बताएं हैं। हैकर्स अटैक करने के बाद मोटी फिरौती की भी मांग करते हैं।  फेसबुक के जरिए भी इसी तरह का हमला लोगों के डाटा पर हो सकता है।

सायबर सेल ने आशंका जाहिर की है कि अगस्त में रेविल रैन्समवेयर अटैक हो सकता है। आईटी आधारित संस्थाओं पर मालवेयर का हमला कर फिरौती की मांगी की जा सकती है। कुछ दिन पूर्व इस तरह का मामला अमेरिका की मैनेजड सर्विस प्रोवाइडर कासिया लिमिटेड और उनके ग्राहक रेविल रेन्समवेयर  हमले का शिकार हो चुके हैं। हैकरों द्वारा अमेरिका की कंपनी द्वारा बनाए गए वर्चुअल सिस्टम एडिमेनेस्टर (वीएसए ) को भेदकर रेविल रेन्समवेयर द्वारा उनके ग्राहकों के सिस्टम को प्रभावित किया गया था।  वीएसए एक रिमोट मॉनिटरिंग एवं मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर है। इसके माध्यम से आईटी कंपनी अपने ग्राहकों के आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर को मैनेज करने में मदद करती है।

वीएसए सॉफ्टवेयर रिमोट एडमिनिस्टेटर है, इसके कारण रेविल हैकर फायदा उठा लेते हैं। हैकरों ने 10 लाख से अधिक सिस्टम इनक्रिप्ट किये जाने का दावा किया है। इसके चलते सायबर सेल ने अगस्त में होने वाले आईटी हमले पर चेताते हुए बताया है कि अपने डाटा का बैकअप अलग से रखे, जिसमें सायबर हमलावर द्वारा डाटा को इनक्रिप्ट न किया जा सके। अपने आईटी इन्फ्रास्ट्रक्चर का असेसमेंट नियमित रूप से कराये, किसी भी अनजान लिंक को क्लिक न करें।

सायबर सेल ने बताया है कि फेसबुक पर भी जालसाजों द्वारा कॉपीराईट कम्पलेन्ट के नाम पर स्पैम मेसेज का लिंक भेजा रहा है। इसको क्लिक करने पर यूजर के डिवाईस में मॉलवेयर इंस्टाल या रेन्समवेयर अटैक हो सकता है।

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