नई दिल्ली,
रूस और यूक्रेन के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंचता जा रहा है। रूस-यूक्रेन के बीच कभी भी युद्ध छिड़ सकता है। पूर्वी यूक्रेन से कई धमाकों की आवाज आई है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स का कहना है कि, पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादियों के नियंत्रण वाले दोनेस्तक शहर के उत्तरी हिस्से में शनिवार सुबह कई विस्फोटों की आवाज सुनी गई है। अभी ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि विस्फोटक यहां कैसे आए। वहीं यूक्रेन में अलगाववादियों की गोलाबारी में एक सैनिक के मारे जाने की खबर है।
यूक्रेन ने कहा है कि रूस की सेना यूक्रेन की सेना को हमले के लिए उकसाने की कोशिश कर रही है। इधर रूस समर्थक विद्रोहियों की भीषण गोलाबारी की खबरें भी सामने आ रही हैं। बताया जा रहा है कि गोलीबारी में यूक्रेन के 1 सैनिक की मौत हो गई है। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि उनके पास ‘यह मानने के कारण हैं’ कि ‘आने वाले दिनों’ में ऐसा होगा और राजधानी कीव पर भी हमले होंगे। बाइडेन ने कहा है कि विवाद को बातचीत के जरिए हल किया जा सकता है, अब भी देर नहीं हुई है। बता दें कि, अमेरिका ने परमाणु हमला करने में सक्षम बी-52 बॉम्बर्स जेट को यूरोप में तैनात कर दिया है, अपने सबसे आधुनिक स्टेल्थ फाइटर जेट F-35 को भी भेज दिया है।
Russia could be just moments away from ordering a full-blown invasion of Ukraine, British Prime Minister Boris Johnson has alleged, amid reports of heavy shelling and explosions near the contact line in the Donbass.https://t.co/N30s84FOLo
— Bryan MacDonald (@27khv) February 19, 2022
यूक्रेन के विद्रोहियों ने सैन्य लामबंदी का आदेश दिया
पूर्वी यूक्रेन में एक अलगाववादी नेता ने आक्रमण के बढ़ते डर के बीच पूर्ण सैन्य लामबंदी का आदेश दिया है। दोनेत्स्क क्षेत्र में रूस समर्थित अलगाववादी सरकार के प्रमुख डेनिस पुशिलिन ने शनिवार को एक बयान जारी कर पूर्ण सैन्य लामबंदी की घोषणा की और रिजर्व बल के सदस्यों से सैन्य भर्ती कार्यालय में आने का अनुरोध किया। हाल के दिनों में क्षेत्र में यूक्रेन की सेना और रूस समर्थित विद्रोहियों के बीच हिंसा बढ़ने के बाद यह कदम उठाया गया है। इस हिंसा को लेकर पश्चिम देशों ने आशंका जतायी है कि मॉस्को इसकी आड़ में हमला कर सकता है। दोनेत्स्क और लुहांस्क में अलगाववादी प्राधिकारियों ने शुक्रवार को महिलाओं, बच्चों तथा बुजुर्गों को पड़ोसी रूस भेजने की घोषणा की थी। इन प्रयासों के तुरंत बाद विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाकों में कई विस्फोट हुए थे। पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादी संघर्ष 2014 में शुरू हुआ और इसमें 14,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।
यूक्रेन के विद्रोहियों के हमले में 1 सैनिक की मौत
रूस समर्थक विद्रोहियों के हमले में यूक्रेन के एक सैनिक की मौत हो गई है। यूक्रेन की सेना ने एक बयान जारी करके बताया है कि दोनबास इलाके में यह लड़ाई चल रही है। इस बीच विद्रोही गुट लुगांस्क पीपुल्स रिपब्लिक और दोनेट्स्क पीपुल्स रिपब्लिक ने अब सेना को लामबंद होने का आदेश दिया है। इससे पहले इन विद्रोहियों ने अपने इलाके से बड़ी संख्या में रूस समर्थक लोगों को रूसी इलाके में पहुंचा दिया था। इन विद्रोहियों ने अपने इलाके में मौजूद 18 से 55 साल के लोगों को बाहर जाने पर रोक लगा दी है। उन्होंने दावा किया कि यूक्रेन राष्ट्रपति कभी भी हमारे इलाके पर हमले का आदेश दे सकते हैं। इस बीच सैटलाइट तस्वीरों से खुलासा हुआ है कि रूस ने यूक्रेन की सीमा से सटे अपने एक हवाई ठिकाने पर बड़े पैमाने पर लड़ाकू विमानों को तैनात कर दिया है।
नई सैटेलाइट तस्वीरों से खुलासा हुआ है कि रूस ने यूक्रेन की सीमा से सटे अपने एक हवाई ठिकाने पर बड़े पैमाने पर लड़ाकू विमानों को तैनात कर दिया है। यहां सैनिकों और बख्तरबंद उपकरणों की तैनाती दिख रही है। इतना ही नहीं बेलारूस, क्रीमिया और पश्चिमी रूस की सीमा पर अभी भी सैन्य गतिविधियां जारी हैं।
पुतिन ने आने वाले वक्त में यूक्रेन पर आक्रमण करने का निर्णय लिया: बाइडन
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि रूस जंग की तैयारी में है और वो दुनिया को गुमराह कर रहा है। सैटलाइट तस्वीरों से पता चला है कि रूस के सभी विमान बिल्कुल हमला करने की स्थिति में रखे गए हैं। इसके अलावा रूस ने क्रीमिया, बेलारूस में भी बड़े पैमाने पर हथियार और सैनिकों की तैनाती कर रखी है। यहां सैनिकों और बख्तरबंद उपकरणों की तैनाती दिख रही है। जो बाइडन ने कहा कि उन्हें ‘यकीन’ है कि रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने आने वाले वक्त में यूक्रेन पर आक्रमण करने का निर्णय लिया है। बाइडन ने हमले की सूरत में रूस पर कड़े आर्थिक तथा राजनयिक प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दोहराई और अपने निर्णय पर फिर से विचार करने को कहा। उन्होंने कहा कि अमेरिका और उसके पश्चिमी सहयोगी यह सुनिश्चित करने के लिए पहले से कहीं अधिक एकजुट हैं कि रूस को आक्रमण की कीमत चुकानी पड़ेगी।