ढाका:
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का बुधवार को ढाका पहुंचने पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया। अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान राष्ट्रपति अपने समकक्ष के साथ बातचीत करेंगे और 1971 में पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी के स्वर्ण जयंती समारोह में भाग लेंगे। कोविंद के आगमन पर 21 तोपों की सलामी दी गई। कोविंद अपनी पत्नी सविता कोविंद और बेटी स्वाति कोविंद सहित एक आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल के साथ एयर इंडिया वन की विशेष उड़ान से ढाका पहुंचे। बांग्लादेश के राष्ट्रपति एम. अब्दुल हमीद ने अपनी पत्नी रशीदा खानम के साथ ढाका के हजरत शाह जलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कोविंद की अगवानी की।
कोविंद की अगवानी के लिए कई वरिष्ठ मंत्री असैन्य और सैन्य अधिकारियों के साथ एयरपोर्ट पर मौजूद थे। बांग्लादेश की थल सेना, नौसेना और वायु सेना के जवानों ने उन्हें हवाई अड्डे पर स्वागत समारोह के तहत सलामी गारद दी, जहां से राष्ट्रपति कोविंद एक काफिले में राजधानी के बाहरी इलाके सावर में राष्ट्रीय स्मारक तक गए। कोविड-19 महामारी के प्रकोप के बाद से राष्ट्रपति कोविंद की यह पहली विदेश यात्रा है। वह यहां बांग्लादेश के 50वें विजय दिवस समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
President Ram Nath Kovind visited Bangabandhu Memorial Museum and paid his respects to Bangabandhu Sheikh Mujibur Rahman. pic.twitter.com/ASdzZ49mCn
— President of India (@rashtrapatibhvn) December 15, 2021
घनिष्ठ संबंधों को प्रदर्शित करते हुए भारत 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध की 50वीं वर्षगांठ की याद में कई कार्यक्रमों का आयोजन भी कर रहा है। इसी युद्ध के बाद बांग्लादेश अस्तित्व में आया था। बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ. एके अब्दुल मोमिन ने मंगलवार को यहां डिजिटल तरीके से आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रपति कोविंद की यात्रा को ‘‘औपचारिक’’ बताया, लेकिन इस बात पर भी जोर दिया कि उनके दौरे के तहत द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े सभी मुद्दों की समीक्षा किए जाने की उम्मीद है।
मोमिन ने कहा था, ‘राष्ट्रपति कोविंद 15-17 दिसंबर को बांग्लादेश के राष्ट्रपति एम अब्दुल हमीद के निमंत्रण पर बांग्लादेश की यात्रा करेंगे, जो दोनों पड़ोसी देशों के बीच अच्छे संबंधों का एक विशिष्ट संकेत है।’ राष्ट्रपति कोविंद ने बांग्लादेश के 9 महीने लंबे 1971 के मुक्ति संग्राम के शहीदों की याद में माल्यार्पण किया, एक पौधा लगाया और आगंतुक पुस्तिका पर हस्ताक्षर किया। इसके बाद उन्होंने बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान को श्रद्धांजलि दी। यात्रा के दूसरे दिन राष्ट्रपति कोविंद बांग्लादेश के विजय दिवस की स्वर्ण जयंती के अवसर पर 16 दिसंबर को राष्ट्रीय परेड ग्राउंड में ‘गेस्ट ऑफ ऑनर’ के रूप में शामिल होंगे।