रायपुर,
राजभवन में राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके से संत श्री परमानंद महाराज के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के साधु-संतों ने मुलाकात की। इस अवसर पर संतों ने राज्यपाल से चर्चा करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ जैसे शांत और सद्भावपूर्ण प्रदेश में कुछ अवांछित तत्वों द्वारा अशांति और अराजकता फैलाने का प्रयास किया जा रहा है। साधु-संतों ने राज्य में किसी भी प्रकार के जबरन के धर्मांतरण के मुद्दों को रोकने, राज्य में विभिन्न धर्मों और समाज के साधु-संतों के विरूद्ध किसी भी प्रकार की नकारात्मक टिप्पणी को रोकने तथा आदिवासियांे समुदायों को बहकाने जैसे मुद्दों पर चर्चा की।
इसके अलावा साधु-संतों ने राज्य में सामाजिक सौहार्द्र भंग करने संबंधी गतिविधियों को रोकने के लिए राज्यपाल से उचित कार्यवाही करने का निवेदन भी किया। राज्यपाल सुश्री उइके ने आश्वासन देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के शांत वातावरण को दूषित करने वाले लोगों पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी। इस संबंध में उन्होंने दोषियों को दण्डित करने के संबंध में कार्यवाही करने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करने की बात कही। साथ ही राज्यपाल ने कहा कि राज्य में निवासरत लोगांे को किसी भी प्रकार के भय और चिंता से मुक्त रहने और ऐसे अवांछित तत्वों से सचेत एवं दूरी बनाकर रहने को कहा है।
इस अवसर पर श्री सर्वेश्वर दास महाराज, श्री वेदप्रकाश, श्री राजीव लोचन, श्री देवदास, श्री त्रिवेणी दास , श्री राकेश, श्री मिथिला शरण, श्री सुग्रीव दास, श्री गोपाल शरण, श्री वी के ठाकुर, श्री उदय शदाणी, श्री घनश्याम चौधरी उपस्थित थे। राज्यपाल सुश्री उइके ने सभी संतों को गमछा पहनाकर सम्मानित किया।