सक्ती,
शासन प्रशासन द्वारा धान खरीदी को सुचारू रूप से चलाने के लिए महीनों पहले तैयारी की जाती है जिसमें प्रशिक्षण से लेकर कई बैठक आयोजित होती हैं उसके बाद भी खरीदी केंद्र में कई प्रकार की खामियां नजर आती हैं बता दे मोहंदी धान खरीदी केंद्र में खरीदी प्रभारी द्वारा धान को बिना ढाला किये सीधा बोरा के द्वारा पलटी किया जा रहा है जबकि होना यह चाहिए कि पहले किसान के धान को ढाला किया जाए फिर उसके उपरांत उसे बोरा में भरकर तौल किया जाए । जबकि यहां इसके विपरीत कार्य हो रहे हैं किसान अपने घर से धान को तौल कर ला रहे हैं और धान का बिना जांच के तुरंत दूसरे बोरे में पलटी कर दिया जा रहा है और खरीदी केंद्र में तौल की फॉर्मेलिटी कर स्टेक लगाया जा रहा है। वही शासन द्वारा निर्धारित मात्रा से किसानों का ज्यादा धान लिया जा रहा है अगर खरीदी केंद्र का अधिकारी निरीक्षण करें तो कई प्रकार की अव्यवस्था पाई जा सकती है। सूत्रों का कहना है कि यहां किसानों से स्वर्णा धान लेकर पंजी में मोटा दर्ज किया जा रहा है और डी ओ कटने के बाद उसमें भी संबंधित खरीदी प्रभारी कमाने के फिराक में है क्योंकि किसानों का स्वर्णा धान को पंजी में मोटा इंद्राज किया जा रहा है और मोटा धान के डी.ओ. में स्वर्णा धान दिया जा रहा है।