मुख्यमंत्री चौहान ने किया जन-प्रतिनिधियों, नागरिकों और समाजसेवियों से आव्हान

भोपाल

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वैक्सीनेशन को कोरोना से बचाव का सबसे कारगर उपाय बताते हुए नागरिकों, जन-प्रतिनिधियों, समाजसेवियों एवं प्रबुद्धजनों से वैक्सीनेशन के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने तथा सितंबर माह के अंत तक वैक्सीन का पहला डोज लगाने का लक्ष्य पूरा करने में शासन-प्रशासन का सहयोग करने का आव्हान किया है। मुख्यमंत्री चौहान आज जबलपुर कोरोना वैक्सीनेशन महाभियान के दूसरे चरण के पहले दिन सरस्वती विद्या मंदिर त्रिमूर्ति नगर स्थित वैक्सीनेशन सेंटर का निरीक्षण करने के बाद टीकाकरण जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन वाली जिले की पाँच ग्राम पंचायतों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया तथा मुख्यमंत्री कोविड-19 अनुकंपा नियुक्ति योजना के तहत कोरोना से दिवंगत हुए शासकीय कर्मचारियों के चार आश्रितों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। मुख्यमंत्री चौहान ने वैक्सीनेशन सेंटर के निरीक्षण के पूर्व सरस्वती विद्या मंदिर परिसर में रूद्राक्ष का पौधा रोपा।

मुख्यमंत्री चौहान ने वैक्सीनेशन सेंटर में वैक्सीन लगवाने आये लोगों से भी चर्चा की तथा उनकी कुशलक्षेम जानी। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कोरोना की दूसरी लहर का उल्लेख करते हुए कहा कि पूरे प्रदेश ने इसकी विभीषिका को झेला है और कई लोगों ने अपनो को खोया, कई बच्चे अनाथ भी हुए हैं। यह स्थिति दोबारा न बने इसके लिए कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने के साथ वैक्सीनेशन जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जबलपुर समूचे महाकौशल क्षेत्र का सबसे बड़ा क्षेत्र है इसलिए कोरोना वैक्सीनेशन अभियान को गति देने और इस क्षेत्र के निवासियों से कोरोना का टीका लगवाने का आग्रह करने आज यहाँ आये हैं।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह याद रखना होगा कि कोरोना अभी गया नहीं है। उन्होंने वैक्सीन को कोरोना को रोकने का सबसे प्रभावी उपाय और सुरक्षा कवच बताते हुए कहा कि कोरोना से बचाव के लिए दोनों डोज लगवाना जरूरी है। इसके बाद या तो कोरोना होगा ही नहीं और यदि हुआ भी तो इसका गंभीर प्रभाव नहीं पड़ेगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोविड की दूसरी लहर को हम भूल नहीं सकते। अब हमारी कोशिश होनी चाहिए की हम किसी भी कीमत पर तीसरी लहर को नहीं आने दें।

मुख्यमंत्री चौहान ने कोरोना वैक्सीनेशन महाअभियान के दूसरे चरण को समाजसेवी, स्वयंसेवी संस्थाओं, प्रबुद्ध नागरिकों और जन-प्रतिनिधियों का अभियान बताते हुए कहा कि ये हम सभी की जिम्मेदारी है कि कोई भी व्यक्ति वैक्सीनेशन से अछूता न रहे। मतभेद भुलाकर सभी इस अभियान के वॉलिंटियर बन जायें। प्रत्येक व्यक्ति खुद भी वैक्सीन लगवायें, परिवार के अन्य सदस्यों और मोहल्ले वालों को भी लगवायें।

चौहान ने अपने संबोधन में कोरोना वैक्सीनेशन के प्रति सोशल मीडिया के माध्यम से जन-जागरूकता पैदा करने के लिए सभी धर्मों के धर्मगुरुओं, जन-प्रतिनिधियों, समाज-सेवियों, वरिष्ठ चिकित्सकों एवं गणमान्य नागरिकों का आभार भी माना। उन्होंने कहा कि हम सभी को संकल्प लेना है कि टीके की पहली डोज 30 सितंबर तक और दूसरी डोज दिसंबर माह के अंत तक लगाने का लक्ष्य पूरा हो। उन्होंने गर्भवती महिलाओं के वैक्सीनेशन के लिए अलग सेंटर बनाने तथा बुजुर्गों एवं दिव्यांगों को घर जाकर वैक्सीन लगाने, मोबाइल वैन चलाये जाने की बात भी कही। मुख्यमंत्री चौहान ने जबलपुर जिले में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान में हुए टीकाकरण की सराहना की।

शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन पर मुख्यमंत्री ने पाँच ग्राम पंचायतों को सौंपा प्रशस्ति-पत्र

मुख्यमंत्री चौहान ने टीकाकरण जागरूकता कार्यक्रम में पाँच ग्राम पंचायतों के सचिव, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता और शिक्षकों को शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन के लिए प्रशस्ति-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। जबलपुर जिले में 62 ग्राम पंचायतों में शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन हो चुका है।

चार आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति के आदेश

मुख्यमंत्री चौहान ने कार्यक्रम में कोरोना से दिवंगत हुए शासकीय कर्मचारियों के चार आश्रितों को मुख्यमंत्री कोविड-19 अनुकंपा नियुक्ति योजना के तहत अनुकंपा नियुक्ति के आदेश प्रदान किये।

कार्यक्रम को लोक निर्माण मंत्री एवं जबलपुर जिले के प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में विधायक अजय विश्नोई, श्रीमती नंदिनी मरावी, अशोक रोहाणी, सुशील तिवारी इंदू, विनय सक्सेना एवं संजय यादव सहित अन्य जन-प्रतिनिधि मौजूद थे।

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