मुख्यमंत्री चौहान ने अपना जन्म-दिन एसओएस बाल ग्राम के बच्चों के साथ मनाया, कहा बच्चों ने सिद्ध कर दिया, कोशिश करो तो कोई भी काम असंभव नहीं

भोपाल,

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि एसओएस बालग्राम निकेतन के बच्चों ने यह सिद्ध कर दिया है कि कोशिश करो तो दुनिया में कोई भी काम असंभव नहीं है। यहाँ के सभी बच्चों से मिलकर बहुत अच्छा लगा। बच्चों में अद्भुत प्रतिभा है, वे बड़े-बड़े पदों पर पहुँच सकते हैं। उन्होंने बच्चों द्वारा बनाई गई पेंटिंग और अन्य कलाकृतियों की सराहना की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपने जन्म दिवस पर एसओएस बालग्राम निकेतन के बच्चों से भेंट कर बच्चों के लिए खेल और अन्य सामग्री संस्था को भेंट की। मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह, विधायक श्रीमती कृष्णा गौर, कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया, संस्था के पदाधिकारी और जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री चौहान ने बच्चों से चर्चा के दौरान उनके प्रश्नों और जिज्ञासाओं का समाधान किया। उन्होंने कहा कि जब मैं छोटा था तब मजदूरों के हित में कुछ करने का विचार आया। लोगों के लिए मेहनत करने और उनके हित में काम करने के लिए जुटे रहे। उन्होंने कहा कि बड़ा लक्ष्य हासिल करने के लिए मेहनत करना पड़ती है। मेहनत करने से ही सफलता मिलती है। आप भी खूब मेहनत करो तो सफलता जरुर मिलेगी। उन्होंने बच्चों को अच्छी पढ़ाई करने एवं आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लक्ष्य निर्धारित कर मेहनत करोगे तो उच्च पद भी प्राप्त कर सकते हो।

बच्चों ने किए मुख्यमंत्री से सवाल

छात्रा गीता पाराशर ने पूछा आप अपना बर्थ-डे कैसे मनाते हैं। उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मैंने आज सुबह पौधा लगाया। साथ ही प्रतिदिन पौधे लगाने का प्रण भी लिया है। उन्होंने बच्चों से कहा कि पेड़ नहीं काटना चाहिए, बल्कि पेड़ लगाना चाहिए। यह हमें ऑक्सीजन देते हैं। पशु-पक्षी और जीव- जंतुओं को भी पेड़ कुछ न कुछ देते हैं।

छात्र युवराज ने पूछा कि मामा जी आपकी रुचि कौन-कौन से खेलों में रही है। इसके जवाब में मुख्यमंत्री चौहान ने गाँव में खेले गए खेलों के बारे में बताते हुए कहा कि कब्बडी, गिल्ली-डंडा, लुका-छिपी का खेल खेला करते थे। वॉलीबाल, क्रिकेट भी खेला है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ रहने के लिए खेलना बहुत जरूरी है। उन्होंने बच्चों को समय पर उठने और सोने की सीख दी।

कु. नंदनी ने पूछा आपके आदर्श कौन हैं। इसके जवाब में मुख्यमंत्री चौहान ने स्वामी विवेकानंद को अपना आदर्श बताया। उन्होंने कहा कि स्वामी जी के शब्द मुझे हमेशा उत्साह से भरते हैं। मुख्यमंत्री ने बच्चों को स्वामी विवेकानन्द की पुस्तकें पढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि अपनी प्रतिभा का बेहतर प्रदर्शन करें और कभी अपने आपको अकेला नहीं समझें।

मुख्यमंत्री चौहान ने सभी बच्चों के साथ ग्रुप फोटो खिंचवाया। मुख्यमंत्री चौहान को बच्चों ने स्वयं निर्मित पेंटिंग, फोटो और अन्य वस्तुएँ भेंट की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बच्चों को मुख्यमंत्री निवास आने का निमंत्रण दिया। मुख्यमंत्री चौहान बालग्राम में फेमिली हाउस भी गए। मुख्यमंत्री चौहान के बालग्राम में पहुँचने पर रंगबिरंगी पौशाक पहने बच्चों ने उनका उत्साह और हर्षोल्लास से स्वागत किया और जन्म-दिन की बधाई दी।

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