बसंत शर्मा । राजनांदगांव
मामला चावल की हेराफेरी का चार से पांच राइस मिलरों से हुई अवैध वसूली एसोसिएशन के दबाव को देख उल्टे पाव रवाना हुई टीम शहर के चार व्यापारियों नाम आ रहा सामने
जिले से लगे पड़ोसी जिले की साइबर टीम 4 दिन से राजनांदगांव में डेरा जमाए हुए थी। मामला राशन दुकान से चावल चोरी का बताया जा रहा है। जिसके चलते लगभग आधा दर्जन से अधिक राइस मिलों में घूम- घूमकर साइबर की टीम मामला सेटलमेंट के नाम से वसूली कर रही थी। जिसके बाद कुछ राइस मिलरों ने साइबर टीम पर दबाव बनाना शुरू किया तो टीम उल्टे पाव रवाना हुई। बताया जा रहा है कि इस मामले में राजनांदगांव पुलिस की भी भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे है। बताया जा रहा है कि इस मामले में दोनों की मिलीभगत है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिले की सीमा से लगे पड़ोसी जिले की साइबर टीम लगभग 4 दिनों से राजनांदगांव में डेरा जमाए हुए थे। बताया जा रहा है कि पड़ोसी जिले के राशन दुकानों से चोरी होने वाले चावल को राजनांदगांव के एक बड़े व्यापारी द्वारा खरीदा जा रहा था। जिसकी भनक लगते ही पड़ोसी जिले की साइबर टीम ने अपना कारनामा बताना शुरू कर दिया और राजनांदगांव में आधा दर्जन से अधिक राइस मिल में दबिश दी और मामला सेटलमेंट करते हुए लगभग 5 से 7 लाख रुपये की उगाही कर ली। इस मामले में राजनांदगांव पुलिस की भी भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है, शहर के एक थाना में मिलर्स पर दबाव बनाया जा रहा था। परतु उल्टा पड़ गया। मिलर्स पर दबाव बनाने की कोशिश नाकाम हो गईं और साइबर टीम को उल्टे पाव वापस जाना पड़ा।
तीन से चार मिलर्स से 6 लाख की वसूली
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तीन से चार राइस मिलों से लगभग 6 लाख की अवैध उगाही की गई है। बहती गंगा में स्थानीय टीम ने भी हाथ धोया है। राजनांदगांव के जिस व्यापारी का नाम सामने आया है उससे भी 2 लाख की वसूली की गई है । बताया जा रहा है कि उक्त व्यापारी पहले देवरी में काम करता था उसके बाद अभी राजनांदगांव में वर्धमान नगर में रहकर काम को अंजाम दे रहा है। उक्त व्यापारी पर पहले भी मामला दर्ज हो चुका है।