दीपक भारद्वाज (सब इंस्पेक्टर)
जगदलपुर
बीजापुर की धरती एक बार फिर भी खून से लाल हो गई, जहां नक्सली लीडर हिड़मा के गांव टेकलागुड़ा बस्ती के पास शनिवार की दोपहर नक्सलियों ने एंबुश में फंसाकर फोर्स पर हमला कर दिया। इस हमले में कुल 24 से 30 जवानों के शहीद होने की आशंका बीजापुर एसपी ने जताई हैं। ग्राउंड जीरो का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें 20 जवानों के शव अभी भी घटनास्थल पर ही दिखाई दे रहे हैं। वहीं 31 घायल जवानों का अस्पताल में इलाज चल रहा। मुठभेड़ में नक्सलियों को भी भारी नुकसान हुआ है और पुलिस ने नौ से अधिक नक्सलियों को मार गिराने का दावा किया है। वहीं आईजी ने बताया नक्सली अपने साथियों के शव दो ट्रैक्टर में भरकर ले गए। मौके पर नक्सलियों के खाट मौजूद है जिनमे खून के निशान है। मुठभेड़ के बाद 22 जवान लापता हैं।
नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना के बाद सुकमा व बीजापुर जिले के करीब दो हजार जवानों को बड़े आॅपरेशन पर भेजा गया था। तर्रेम से 760 जवानों की टुकड़ी नक्सलियों के एंबुश में फंस गई। दो पहाडिय़ों के बीच यू शेप में तीन तरफ से एंबुश लगाए गए थे। पहली ही गोलीबारी में जवानों को नुकसान झेलना पड़ा। करीब चार से पांच घंटे मुठभेड़ चली। जिनमें लगभग 24 से 30 जवान शहीद हो गए। शहीद जवानों के शवों को रिकवर करने का प्रयास किया जा रहा है।
मुठभेड़ के बाद शहीद जवानों के हथियारों को नक्सली लूट कर ले गए हैं। घटनास्थल पर जवानों के हथियार नहीं दिख रहे हैं। नक्सलियों के हाथ आधुनिक हथियार लगने से आने वाले दिनों में वह सुरक्षा बलों के खिलाफ इस्तेमाल कर सकते हैं। ग्राउंड जीरो का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें 20 जवानों के शव अभी भी घटनास्थल पर ही दिखाई दे रहे हैं। यहां रेस्क्यू टीम अभी भी नहीं पहुंची है। मुठभेड़ के बाद 22 जवान लापता है जिनमें सीआरपीएफ के सात व छत्तीसगढ़ पुलिस के 15 जवान शामिल हैं।
पुलिस महानिरीक्षक पी सुंदरराज ने बताया कि मौके पर 180 नक्सलियों के अलावा कोंटा एरिया कमेटी, पामेड़ एरिया कमेटी, जगरगुंडा एरिया कमेटी और बासागुड़ा एरिया कमेटी के लगभग 250 नक्सली भी थे। सूचना मिली है कि नक्सली दो ट्रैक्टरों में शवों को ले गए हैं।
शहीद जवानों में शहीद उप निरीक्षक दीपक भारद्वाज-पिहरीद (जांजगीर-चांपा), प्रधान आरक्षक रमेश कुमार जुर्री-पण्डरीपानी (कांकेर), प्रधान आरक्षक नारायण सोढ़ी-पुन्नुर आवापल्ली (बीजापुर), आरक्षक रमेश कोरसा-बरदेला, जांगला (बीजापुर), आरक्षक सुभाष नायक-बासागुड़ा (बीजापुर), सहायक आरक्षक किशोर एन्ड्रीक-चेरपाल (बीजापुर), सहायक आरक्षक सनकुराम सोढ़ी-पेदपाल (बीजापुर), सहायक आरक्षक भोसाराम करटामी-एकेली, नेलसनार (बीजापुर), बबलू रवा-कोबरा बटालियन असम शामिल है। इनके अलावा घटना स्थल में पड़े जवानों की शिनाख्ती अभी नहीं हो पाई हैं, रिकवर करने टीम रवाना कर दिया गया, उनके वापस लौटने के बाद ही शहीद जवानों के नाम सामने आ सकेंगे।
घायल हुए जवानों में एसटीएफ के रामाराम पोयाम, भास्कर यादव, सोनू मंडावी, थामेश्वर साहू, कोबरा बटालियन 210 के अमित कुमार, सुनील कुमार, सोमेश, आनंद पटेल, मदन पाल, बलेंदर सिंह, जितेंद्र दास, सूर्यभान सिंह यादव, थामस पाल, डीआरजी के लक्ष्मण हेमला, मनीराम कुंजाम, विजय मंडावी, बदरु पुनेम, आनंद कुरसम, प्रकाश चेट्टी, बसंत झाड़ी, दसरु हेमला का इलाज बीजापुर अस्पताल में चल रहा है। इसके अलावा सात जवानों को बेहतर इलाज के लिए रायपुर भेजा गया है जहां उनका इलाज किया जा रहा हैं।
शहीद जवान को दी अंतिम सलामी
जगदलपुर में एक शहीद जवान बबलू रब्बा को श्रद्धांजलि दी गई है वह कोबरा 210 बटालियन में पदस्थ था। यहां से जवान का पार्थिव देह राजधानी रायपुर लाया गया है। रायपुर से प्लेन के जरिए जवान का पार्थिव देह गुवाहाटी भेज दिया गया।
प्रधानमंत्री जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवानों के शहीद होने पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि जवानों के बलिदान को कभी नहीं भुलाया जाएगा। मेरी संवेदनाएं छत्तीसगढ़ में शहीद हुए जवानों के परिजनों के साथ हैं। वीर शहीदों के बलिदान को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना है।