बाढ़ से हुए नुकसान के आंकलन के लिए बनी राज्यस्तरीय टास्क फोर्स, प्रदेश के रेस्क्यू में जुटी SDRF की टीमें

भोपाल
प्रदेश में एसडीआरएफ ने अब तक का सबसे बड़ा रेस्क्यू आॅपरेशन किया है। पिछले 13 दिनों से बिना रुके प्रदेश के कई हिस्सों में लोगों की जान बचाने के लिए यह आॅपरेशन चले। इसमें साढ़े सात हजार जवान, लोगों की मदद के लिए दिन रात एक किए हुए हैं। एसडीआरएफ के आॅपरेशन ने हजारों की जान जहां पानी से बचाई, वहीं दीवार गिरने और अन्य घटनाओं में भी एसडीआरएफ ने कई लोगों को सुरक्षित निकालने में सफलता पाई। सबसे पहले रेस्क्यू आॅपरेशन 27 जुलाई को शुरू हुआ था।

सतना जिले में पानी से गिरी दीवार और कुछ क्षेत्रों में आई बाढ़ के लिए एसडीआरएफ की टीम ने मोर्चा संभाला था। इसके बाद अगले दो दिन श्योपुर जिले में छोटे-छोटे रेस्क्यू आॅपरेशन चले। इसके बाद भिंड जेल की दीवार गिर गई थी। यहां की एसडीआरएफ की टीम को रेस्क्यू के लिए बुलाया गया। जुलाई में पांच दिनों तक अलग-अलग जिलों में रेस्क्यू आॅपरेशन चलते रहे।
 
इसी दौरान भिंड और मुरैना में भी बाढ़ का पानी तेजी से बढ़ने लगा। यहां पर भी एसडीआरएफ की टीम को मैदान में उतारा गया। इसके बाद अब कल से अशोक नगर, गुना और विदिशा में एसडीआरएफ की टीम ज्यादा सक्रिय हैं। अशोक जिले के घाट बम्होरिया में रात दो बजे रेस्क्यू आॅपरेशन कर एक दर्जन लोगों को सुरक्षित निकाला गया।

इसके बाद अगस्त की शुरूआत से ही श्योपुर, शिवपुरी में बाढ़ ने अपना रौद्र रूप दिखाया और एसडीआरएफ की टीम को मैदान में उतरा गया। यहां पर स्थिति इतनी भयावह हो गई थी कि विजयपुर के एक शादी हाल से रेस्क्यू कर सौ से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला गया। शादी हाल की एक मंजिल पानी में डूब गई थी। जहां पर मोटर बोट के जरिए महिलाओं-बच्चों को सुरक्षित निकाला गया। वहां से लोगों को सुरक्षित निकाला गया। इसके साथ ही भिंड, मुरैना, दतिया जिलों में भी रेस्क्यू आॅपरेशन शुरू हो गए। ग्वालियर-चंबल तरफ चल रहे रेस्क्यू आॅपरेशन के दौरान ही मंदसौर जिले में भी बाढ़ ने अपना रौद्र रूप दिखाया। यहां पर भी एसडीआरएफ की टीम को भेजना पड़ा। यहां भी रेस्क्यू कर लोगों की जान बचाई।

प्रदेश में अतिवृष्टि और बाढ़ से हुए चल-अचल सम्पत्ति के नुकसान का आंकलन करने, पुनर्वास की व्यवस्थाए सुनश्चित करने राज्य सरकार ने गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा सहित एक दर्जन मंत्रियों की राज्य स्तरीय टास्क फोर्स गठित की है। इस टास्क फोर्स में  लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव, जलसंसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह, नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह,  कृषि मंत्री कमल पटेल, राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत,  स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया, उर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, पशुपालन मंत्री प्रेमसिंह पटेल और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्य मंत्री बृजेन्द्र सिंह यादव को शामिल किया गया है। अपर मुख्य सचिव  गृह राजेश राजौरा इस टास्क फोर्स के संयोजक रहेंगे।

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