बाइडन की लोकप्रियता में आई भारी गिरावट, अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए नई चिंताएं

वाशिंगटन
कोरोना संक्रमण का नया दौर आ जाने से अमेरिका में अर्थव्यवस्था में सुधार की संभावनाओं को लेकर नई चिंताएं पैदा हो गई हैं। संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी का ये दौर उस समय आया है, जब अमेरिका में महामारी के दौरान दिए गए राहत पैकेज की अवधि खत्म होने वाली है। राहत के इन कदमों में बेरोजगारी भत्ता, किरायेदारों को घर से निकालने पर रोक और कुछ अन्य उपाय शामिल हैं। हालांकि अभी ज्यादातर जानकारों का यही कहना है कि अब कारोबार को पूरी तरह रोकने की नौबत नहीं आएगी, लेकिन आम समझ है कि वायरस के डर से लोग खुद ही अपनी आम गतिविधियां रोक सकते हैं। इसका असर अर्थव्यवस्था में सुधार की गति पर पड़ेगा।

गौरतलब है कि पिछले हफ्ते बेरोजगारी भत्ते के लिए अर्जी देने वाले लोगों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई। ये संख्या चार लाख 19 हजार तक पहुंच गई। देश के श्रम विभाग ने जो पहले जो अनुमान लगाया था, उसकी तुलना में ये संख्या बहुत ज्यादा है। इस बीच सर्वे एजेंसी गैलप की अप्रूवल रेटिंग (लोकप्रियता मापने का पैमाना) में राष्ट्रपति जो बाइडन की लोकप्रियता में भारी गिरावट दर्ज की गई है। उनके कामकाज की प्रशंसा करने वाले लोगों की संख्या पहली बार 50 फीसदी से कम हो गई है।

इससे रिपब्लिकन पार्टी को उनकी आलोचना करने का मौका मिला है। पार्टी के हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के सदस्य केविन ब्रैडी ने वेबसाइट पॉलिटिको.कॉम से कहा कि राष्ट्रपति ने अपना ध्यान चार ट्रिलियन डॉलर खर्च करने पर जरूर से ज्यादा केंद्रित कर रखा है, जबकि उन्होंने वायरस का प्रसार रोकने पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया है।
पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के आर्थिक सलाहकार रह चुके अर्थशास्त्री जेसॉन फरमैन ने वेबसाइट पॉलिटिको से कहा कि व्हाइट हाउस कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी से अर्थव्यवस्था के लिए पैदा हो रहे खतरों के प्रति सचेत है। उन्होंने कहा- ‘किसी भी समस्या से पांच से दस फीसदी तक ये संभावना रहती है कि वह अर्थव्यवस्था में सुधार की गति को पटरी से उतार दे। इसलिए उस पर निकट निगाह रखी जाती है।’ फरमैन मौजूदा प्रशासन के साथ भी जुड़े हुए हैं। व्हाइट हाउस से जुड़े दूसरे सूत्रों ने भी मीडिया से कहा है कि बाइडेन प्रशासन कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट के प्रसार से पैदा हो रही स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। इसीलिए राष्ट्रपति ने सभी अमेरिकियों से जल्द से जल्द टीका लगवाने की अपील फिर से की है।

पिछले हफ्ते वायरस के फैलाव की खबरों के कारण अमेरिकी शेयर बाजार में भारी गिरावट आ गई थी। उसके बाद बाइडन ने कहा था- ‘हम सावधानी घटा नहीं सकते, खास कर डेल्टा वैरिएंट को देखते हुए ऐसा नहीं किया जा सकता, जो अधिक संक्रामक और खतरनाक है।’ गौरतलब है कि अमेरिका में नए संक्रमण के मामले हफ्ते पिछले मई के बाद के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गए। इस बार संक्रमण के ज्यादातर शिकार कम उम्र के बच्चे हो रहे हैं, जिन्हें टीका लगाने की इजाजत अभी नहीं दी गई है। इसके अलावा ऐसे लोग भी संक्रमण का शिकार हुए हैं, जिन्होंने वैक्सीन के दोनों डोज लगवी ली थीं।

ऐसी खबरों के कारण अर्थव्यवस्था के लिए नई चिंताएं पैदा हुई हैं। अमेरिका के केंद्रीय बैंक- फेडरल रिजर्व की पूर्व अर्थशास्त्री क्लाउडिया सैहम ने कहा है- ‘अगर लोग सुरक्षित महसूस नहीं करेंगे और इस कारण स्कूल या अपने काम पर जाना बंद कर देंगे, तो अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए खतरा पैदा हो ही जाएगा।’

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here