भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में एडाप्ट एन आँगनवाड़ी अभियान को गति देकर जन-सहयोग से नया स्वरूप दिया जाएगा। आँगनवाड़ी केन्द्रों में बच्चों के लिए खिलौने भी प्रदाय किए जाएंगे। इसके लिए सामाजिक संगठन भी आगे आएं। घरों में अनेक उपयोगी वस्तुएँ बिना उपयोग के रखी रहती हैं। मोहल्ला स्तर पर इन्हें एकत्र कर आँगनवाड़ी केन्द्रों और जरूरतमंद लोगों तक पहुँचाने का कार्य किया जाए।
आज मंत्रालय में हुई बैठक में चर्चा के दौरान यह निर्देश दिए। मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस उपस्थित थे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आने वाले महीनों में आँगनवाड़ी केन्द्रों का स्वरूप ऐसा हो जाए, जिससे मध्यप्रदेश की आँगनवाड़ियाँ अन्य प्रदेशों के लिए उदाहरण बने। प्रदेश में एडाप्ट एन आँगनवाड़ी अभियान में अनेक नागरिक और संस्थाएँ आँगनवाड़ी गोद ले रहे हैं। जन-प्रतिनिधियों द्वारा भी केन्द्रों को सुविधाजनक, स्वच्छ और सुंदर बनाने के प्रयास किए गए हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि घरों में उपलब्ध ऐसी दवाओं, जिनकी एक्सपायरी डेट नहीं निकली है, उन्हें चिकित्सकों द्वारा बस्तियों में स्वास्थ्य शिविर में वितरित करने की परम्परा रही है। प्रति सप्ताह कुछ घंटे इस कार्य के लिए खर्च करते हुए समाज-सेवा की इस परम्परा को फिर से स्थापित किया जा सकता है। आँगनवाड़ी केन्द्रों में आने वाले बच्चों के लिए भी अनेक तरह का योगदान दिया जा सकता है। अनेक लोग इस तरह का योगदान देना भी चाहते हैं। कुछ लोगों के आगे आने से अन्य समर्थ लोगों द्वारा सहयोग देने की मानसिकता बन जाती है। अनेक विद्यालयों के नामकरण के लिए भी सम्पन्न वर्ग पहल कर सकता है। माता-पिता की स्मृति में अस्पताल और विद्यालयों के नामकरण की शुरूआत हुई है, इसे जारी रखना चाहिए।
अपर मुख्य सचिव महिला-बाल विकास अशोक शाह ने बताया कि माह के तृतीय मंगलवार को बाल चौपाल का आयोजन किया जाता है। एडाप्ट एन आँगनवाड़ी अभियान के लिए सहयोगियों की संख्या निरंतर बढ़ रही है।