पुनर्वास और रोजगार की मांग पर किसान सभा ने दिया एसईसीएल को ज्ञापन, आंदोलन की चेतावनी

कोरबा

छत्तीसगढ़ किसान सभा ने आज भूविस्थापितों की मांगों के सकारात्मक समाधान के लिए एसईसीएल के गेवरा क्षेत्र के महाप्रबंधक को ज्ञापन सौंपा तथा पुनर्वासित गांवों में बुनियादी मानवीय सुविधाएं उपलब्ध कराने और भूविस्थापितों को नियमित रोजगार देने की मांग की।

आज यहां जारी एक बयान में छग किसान सभा के कोरबा जिला सचिव प्रशांत झा ने बताया कि एसईसीएल द्वारा पूर्व में अधिग्रहित गेवरा क्षेत्र के घाटमुड़ा, बरेली, बिंझरा, कोसमंदा और जुनाडीह आदि गांवों के लोगों को अभी तक बुनियादी मानवीय सुविधाओं के साथ बसाहट नहीं दी गई है और न ही यहां के लंबित रोजगार प्रकरणों का निराकरण किया गया है। इन समस्याओं की ओर कई बार प्रबंधन का ध्यान आकर्षित किया गया है, लेकिन ग्रामीणों की इन समस्याओं के निराकरण के प्रति प्रबंधन गंभीर नहीं है।

उन्होंने बताया कि किसान सभा ने अपने ज्ञापन में इन गांवों में बिजली और पानी की सुविधा निःशुल्क देने तथा सभी प्रभावित छोटे-बड़े खातेदारों को स्थाई नौकरी देने की मांग एसईसीएल प्रबंधन से की है। ज्ञापन में ग्राम भठोरा के चौथे चरण 2016-17 से लंबित मकानों एवं अन्य परिसंपत्तियों का तथा पुनर्वास गांव गंगानगर में तोड़े गये मकानों और शौचालयों का क्षतिपूर्ति मुआवजा तत्काल दिये जाने की भी मांग की है।

किसान सभा नेता ने चेतावनी दी है कि यदि ग्रामीणों के पुनर्वास और रोजगार के सवाल पर प्रबंधन सकारात्मक पहलकदमी नहीं करती, तो आंदोलन के रूप में मुख्यालय घेराव और खदान बंदी के कार्यक्रम को चरणबद्ध ढंग से किया जाएगा। ज्ञापन की इस प्रति को कोरबा कलेक्टर, कटघोरा एसडीएम तथा बिलासपुर में एसईसीएल के प्रबंध निर्देशक सहित विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियों को भी भेजा गया है।

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