पश्चिम बंगाल: EC से बोले अधिकारी, दुर्गापूजा से पहले उप-चुनाव के लिए तैयार

नई दिल्ली
पश्चिम बंगाल में उप-चुनाव कब होंगे? अब इसपर तस्वीर साफ होती नजर आ रही है। बताया जा रहा है कि अक्टूबर के महीने में दुर्गा पूजा से पहले राज्य में उप-चुनाव कराए जा सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक बुधवार को एक बैठक के दौरान राज्य के दौरान राज्य सीईओ कार्यालय के अधिकारियों ने चुनाव आय़ोग से कहा कि वो दुर्गा पूजा से पहले राज्य में उप-चुनाव कराने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। पश्चिम बंगाल में इसी साल विधानसभा चुनाव हुए थे। राज्य की सात सीटें अभी खाली है।  यह सभी सीटें प्रत्याशियों के निधन की वजह से खाली हो गई थीं। ममता बनर्जी विधानसभा चुनाव के दौरान नंदीग्राम सीट से तृणमूल कांग्रेस की प्रत्याशी थीं। लेकिन इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि, इसके बावजूद भी वो मुख्यमंत्री बनी थीं। जिसके बाद उनका एक निश्चित अवधि के अंदर विधायक बनना जरुरी थी ताकि उनकी सीएम की कुर्सी बची रहे।  ममता की कुर्सी को देखते हुए तृणमूल कांग्रेस काफी पहले से राज्य में उप-चुनाव कराए जाने की मांग कर रही थी। ममता बनर्जी का 5 नवंबर तक जनता द्वारा चुना जाना जरुरी है। चुनाव आयोग को बताया गया है कि 10 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक त्योहारों का सीजन रहेगा। इस दौरान चुनाव करा पाना असंभव है। इसलिए राज्य के अधिकारियों ने आयोग से कहा है कि वो त्योहार सीजन के शुरू होने से पहले ही उप-चुनाव कराए। 

राज्य सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि हमारे पास एक महीने से ज्यादा का समय है। अगर आयोग नोटिफिकेशन जारी करते हैं तो दुर्गा पूजा से पहले चुनाव करा पाने मुमकि है। बता दें कि चीफ इलेक्शन कमिश्नर सुशील चंद्रा ने बुधवार को पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव एचके द्विवेदी, डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर सुदीप जैन और चीफ इलेक्ट्रॉल ऑफिसर के साथ बैठक की। यह बैठक मुख्य तौर से इस बात के लिए की गई थी कि राज्य में चुनाव कराने से संबंधित हालातों को समझा जा सके। इस बैठक में राज्य में कोविड-19 से बने हालात की जानकारी भी आयोग के अधिकारियों को दी गई। इसके अलावा राज्य में बाढ़ के हालात से संबंधित जानकारी भी आयोग को दी गई। सूत्रों के मुताबिक चुनाव आयोग ने दुर्गा पूजा और अन्य त्योहारों की तारीख दी है। उन्होंने कहा कि त्योहार से पहले चुनाव कराना एक बेहतर आइडिया है। ईवीएम और वीवीपैट की फर्स्ट लेवल की जांच भी की जा चुकी है। बहरहाल टीएमसी के राज्य सचिव कुणाल घोष ने कहा कि उप-चुनाव जल्द हो जाने चारिए। बीजेपी चुनाव कराने की इच्छुक नहीं है। लेकिन उन्हें याद रखना चाहिए कि इस तरह की नकारात्मक राजनीति का कोई नतीजा नहीं होता है। बता दें कि उप-चुनाव भभानीपुर, करधा, गोसाबा, शांतिपुर, जंगीपुर, शमशेरगंज और दिनहाटा में होने हैं। 
 

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