नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति रायपुर द्वारा हिंदी कवि सम्मेलन का आयोजन

रायपुर,

नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, रायपुर के तत्वावधान में रेल अधिकारी क्लब ‘ उल्लास‘, शिवनाथ रेल विहार, डब्ल्यू . आर. एस. कॉलोनी रायपुर में एक हिंदी कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न शहरों से आए 05 प्रख्यात कवियों ने अपनी कविताओं का पाठ किया ।

इस कार्यक्रम का उद्घाटन अध्यक्ष, नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, रायपुर एवं मंडल रेल प्रबंधक श्री श्याम सुंदर गुप्ता एवं अध्यक्षा – सेक्रो/रायपुर श्रीमती राधा गुप्ता ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन किया । इसके पश्चात अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं अपर मंडल रेल प्रबंधक (परिचालन) लोकेश विश्नोंई ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि – “आज ऐसा प्रतीत हो रहा है कि हिंदी की डोर से नराकास के सभी केन्द्रीय कार्यालय एवं संगठन सचमुच एक साथ बंधी हुई है । समन्वय की यह डोर नराकास, रायपुर को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में निश्चित रूप से सहायक होगी ।“

इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक श्याम सुंदर गुप्ता अध्यक्षा – सेक्रो/रायपुर श्रीमती राधा गुप्ता ने कवियों को शाल एवं श्रीफल देकर सम्मानित किया । उन्होंने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि -“ संघ की राजभाषा नीति के सुचारू कार्यान्वयन में नराकास की महत्वपूर्ण भूमिका होती है । आज कवि सम्मेलन के आयोजन के द्वारा नराकास, रायपुर साहित्य के क्षेत्र में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है । “ आमंत्रित कवियों में बांके बिहारी आसनसोल से, किशोर तिवारी – भिलाई से, आलोक शर्मा – दुर्ग से, श्रीमती किरण सोनी- कोरबा से तथा बंशीधर मिश्रा -अकलतरा से शामिल थे । ये सभी आकाशवाणी, दूरदर्शन एवं सोनी टीवी में प्राय: देखे-सुने जाते हैं तथा इन्हें अनेक साहित्य सम्मान एवं अलंकरण प्राप्त हुए हैं । कवियों द्वारा अपनी-अपनी प्रसिद्ध कविताओं का पाठ किया गया जिसका सभी अतिथियों ने खूब आनंद उठाया ।

आसनसोल से पधारे हुए कवि बांके बिहारी ने अपनी कविता प्रस्तुत करते हुए कहा कि –

“ ठीक नहीं है,हर मसले पर प्रधानी ,
बीबी हो, बीबी रहो, शौहर न बनो।
रोज-रोज घर छोड़ने की धमकी,
बात-बात मैं मुनव्वर न बनो ।”

कोरबा से पधारी कवयित्री श्रीमती किरण सोनी ने अपनी कविता प्रस्तुत करते हुए कहा कि –
“ लाल गुलाबी केसरी रंगों में खो जाऊँ
जी करता है आज मैं साजन की हो जाऊँ (गीत का मुखड़ा)”

दुर्ग से पधारे हुए आलोक शर्मा ने अपनी कविता प्रस्तुत करते हुए कहा कि –
“ भगवान का दिया कभी अल्प नहीं होता
बीच में टूटे वह संकल्प नहीं होता
पराजय को लक्ष्य से दूर रखना यारों
क्योंकि विजय का कोई विकल्प नहीं होता।”

भिलाई से पधारे हुए किशोर तिवारी गीतकार ने अपनी कविता प्रस्तुत करते हुए कहा कि –
“ बेर शबरी के सारे थे जूठे सही
खाने वाले मगर फिर भी रूठे नहीं ।
राम खाते रहे मुस्कुराते रहे
प्रेम के भाव होते हैं झूठे नहीं।”

अकलतरा से पधारे हुए श्री बंशीधर मिश्रा गीतकार ने अपनी कविता प्रस्तुत करते हुए कहा कि –

“ जीवन में अगर खुशी का अमरत्व चाहिए
तो ह्रदय में हंसी का कुछ तत्व चाहिए
बहुत विरल है करतल ध्वनि आपकी
जोरदार तालियों का घनत्व चाहिए”

कार्यक्रम के दौरान नराकास, रायपुर के सदस्य कार्यालयों के प्रमुख तथा उनके प्रतिनिधिगण, अध्यक्षा – सेक्रो/रायपुर श्रीमती राधा गुप्ता, सेक्रो/रायपुर के पदाधिकारीगण, मंडल के रेल अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे । अंत में सचिव, नराकास, रायपुर एवं राजभाषा अधिकारी श्री निकेश कुमार पाण्डेेय द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम की समाप्ति की घोषणा की गई ।

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