ध्‍यान से देखें! ये सब हरकतें नहीं कर रहा दो महीने का शिशु, तो तुंरत डॉक्‍टर को मिलाएं कॉल

जन्‍म के बाद हर महीने शिशु कुछ नया सीखता है और उसके विकास में नई-नई चीजें जुड़ती रहती हैं। इसलिए पेरेंट्स को अपने बढ़ते हुए शिशु के विकास पर ध्‍यान देना चाहिए कि अपनी उम्र के हिसाब से उसका विकास हो पा रहा है या नहीं।

आपको लगता होगा कि डेवलपमेंट देखने के हिसाब से दो महीने का शिशु बहुत छोटा होता है लेकिन ऐसा नहीं है। जन्‍म के बाद से लेकर अब तक दो महीने के शिशु में भी काफी बदलाव आ जाता है। आज इस आर्टिकल में हम आपको बता रहे हैं कि दो महीने का शिशु क्‍या-क्‍या करना सीख लेता है।

दो महीने का शिशु निम्‍न मोटर स्किल्‍स सीख लेता है :

अब बच्‍चा अपनी गर्दन को बिना किसी सहारे के सीधा टिका सकता है।
शिशु की को-ऑर्डिनेटिड मूवमेंट अब पहले से बेहतर हो चुकी हैं।
बच्‍चे की सलाइवा ग्‍लैंड अब काम करना शुरू कर रही हैं और इस उम्र के शिशु की लार टपक सकती है।

​सेंसरी डेवलपमेंट

शिशु अब पहले से ज्‍यादा साफ सुन सकता है और वो अपने मम्‍मी-पापा की आवाज को भी पहचान सकता है। शिशु आपकी आवाज सुनकर उस पर रिएक्‍ट कर सकता है और जहां से आवाज आ रही है, उसे ओर गर्दन घुमाकर देख भी सकता है।दो महीने के शिशु की देखने की क्षमता भी बेहतर हो जाती है। अब शिशु 60 से.मी दूर तक का देख सकता है। आपके नजदीक आने पर शिशु आपको पहचान लेगा। उसे रंगों और शेप की पहचान होने लगी है।
आपके छूने पर बच्‍चा रिएक्‍ट करना शुरू कर देगा और उसे आपके गले लगाने पर खुशी महसूस हो सकती है।

​कॉग्‍नीटिव डेवलपमेंट

दो महीने का शिशु मुस्‍कुराना शुरू कर देता है। आप देखेंगे कि आपके बात करने या फनी चेहरे बनाने पर बच्‍चा भी हंस रहा है।
अब बच्‍चा चेहरों को पहचानने लगा है। बोर होने पर वो रोकर आपको अपने पास बुला सकता है।
दो महीने के शिशु के नई-नई चीजों में दिलचस्‍पी आने लगती है।

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