दिल्ली में स्कूल बंद पर एनसीआर में खुले, कोरोना संक्रमित हुए स्टूडेंट्स तो कौन होगा जिम्मेदार?

नई दिल्ली
दिल्ली में कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए अगले आदेश तक सभी स्कूल बंद रखने का फैसला लिया गया है। इस दौरान ऑनलाइन क्लास शुरू की जा सकती हैं। शिक्षा निदेशालय ने कहा कि दिल्ली में स्कूलों के किसी भी क्लास के छात्रों को अगले आदेश तक नए अकैडमिक सेशन में नहीं बुलाया जाएगा। दिल्ली सरकार के इस फैसले के बाद दिल्ली-एनसीआर में खुले स्कूलों को लेकर बहस छिड़ गई है। अधिकांश अभिभावकों का कहना है कि अगर उनके बच्चे कोरोना की चपेट में आते हैं तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी। पेश है रिपोर्ट-

नए सत्र में पैरंट्स की सहमति के बाद ही स्कूल आएं बच्चे
देशभर में कोरोना की दूसरी लहर के बीच दिल्ली, उत्तर प्रदेश जैसे पड़ोसी राज्यों ने स्कूल बंद कर दिए हैं, जबकि हरियाणा में अभी इसे लेकर कोई आदेश नहीं दिया गया है। सोमवार से निजी स्कूलों में नया सत्र शुरू हो रहा है। ऐसे में निजी स्कूल प्राइमरी लेवल के बच्चों को बुलाने से पहले अभिभावकों की राय ले रहे हैं। वहीं, सरकारी स्कूलों में अभी वार्षिक परीक्षाएं चल रही हैं। वहां सत्र शुरू करने को लेकर अभी तारीख तय नहीं हुई है।

स्कूल खुले तो भी ऑनलाइन पढ़ाएंगे
देश में फिर कोरोना के केस बढ़ने से सरकार से लेकर स्कूलों और अभिभावकों की चिंता बढ़ गई है। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार ने रविवार तक गाजियाबाद में स्कूल बंद रखने का आदेश दिया है। इसके बाद स्कूल खुलेंगे या फिर ऑनलाइन कक्षाओं का विकल्प मिलेगा, ये सभी सवाल अभिभावकों की चिंता का विषय बने हैं। बढ़ते संक्रमण के कारण ज्यादातर अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने के पक्ष में नहीं हैं। आइए जानते हैं कि इस पर स्कूल मैनेजमेंट की क्या राय है।

गाइडलाइंस कुछ भी, नहीं खोलेंगे स्कूल
कोरोना संक्रमण फिर से बढ़ने लगा है। स्कूल स्टाफ और सीनियर्स ने मिलकर यह तय किया है कि हम अभी विद्यार्थियों के लिए स्कूल नहीं खोलेंगे, चाहे गाइडलाइंस कुछ भी हो। अभी स्कूल में जूनियर विंग को लेकर सावधानी बरती जाएगी। ऑनलाइन क्लास जरूर शुरू करेंगे, जिससे बच्चों की पढ़ाई पर असर न पड़े और समय से उनका सिलेबस पूरा हो। -मंजू राणा, प्रिंसिपल, सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल

गाइडलाइंस के हिसाब से करेंगे तैयारी
अभी रविवार तक स्कूल बंद का लेटर हमारे पास है। आगे की गाइडलाइंस का इंतजार है। नई गाइडलाइंस में स्कूल खुलने की तारीख आगे बढ़ती है तो ऑनलाइन क्लास शुरू करेंगे, जिससे बच्चों की पढ़ाई बीच में न रुके। सभी शिक्षक पिछले साल की तरह ऑनलाइन सेशन के लिए तैयार हैं। अभिभावकों से भी उनकी राय ली जा रही है। -प्रीति गोयल, प्रिंसिपल, सनवैली इंटरनैशनल स्कूल

प्रशासन से बंद करने की लगाएंगे गुहार
हमारे स्कूल में छोटे बच्चे पढ़ते हैं। अभी हाल ही स्कूल खुला था तब भी कुछ बच्चे आ रहे थे, लेकिन कोरोना काल के लिए अभी कोई भी तैयार नहीं है। स्कूल खुलने के आदेश आते हैं तो प्रशासन से गुहार लगाएंगे कि छोटे बच्चों का स्कूल बंद रखा जाए। -शाहबुल हसन, प्रिंसिपल, शहीद नगर प्राथमिक विद्यालय

8वीं तक के स्कूल 11 अप्रैल तक रहेंगे बंद
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलो को देखते हुए प्रदेश सरकार ने एक से 8वीं क्लास तक के स्कूलों की अवकाश तारीख फिर बढ़ा दी है। ग्रेटर नोएडा में निजी व सरकारी स्कूल अब 11 अप्रैल तक बंद रहेंगे। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने बेसिक शिक्षा विभाग को दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। डायट प्राचार्य व कार्यकारी बीएसए संजय उपाध्याय ने बताया कि पहले होली के चलते शासन ने 31 मार्च तक स्कूल बंद करने के आदेश दिए थे। बाद में 4 अप्रैल और अब एक से 8वीं क्लास तक के निजी व सरकारी स्कूल 11 अप्रैल तक बंद रहेंगे। इसके लिए स्कूल प्रबंधन को सर्कुलर जारी कर दिया जाएगा। सभी स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई की जाएगी।

कोरोना की टेंशन के बीच फरीदाबाद में खुले हैं स्कूल
दिल्ली और उत्तर प्रदेश में स्कूलों को बंद कर दिया गया है, लेकिन फरीदाबाद के स्कूल खुले हैं, ऐसे में कोई छात्र पॉजिटिव मिलता है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा। जिले में 379 सरकारी स्कूल हैं। इनमें 239 प्राइमरी, 42 मिडिल, 27 हाई स्कूल और 71 सीनियर सेकंडरी स्कूल हैं। पहली व दूसरी कक्षा की ऑफलाइन परीक्षा हो चुकी हैं, जबकि तीसरी से आठवीं कक्षा तक अवसर ऐप पर ऑनलाइन परीक्षा चल रही हैं, लेकिन जिन विद्यार्थियों को ऑनलाइन परीक्षा देने में दिक्कत आ रही है तो वह ऑफलाइन परीक्षा दे सकते हैं। नौवीं व 11वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाएं चल रही हैं। 10वीं और 12वीं कक्षा की प्री बोर्ड की परीक्षा जारी हैं। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड से संबंधी जिले के स्कूलों में 15 अप्रैल से प्रवेश उत्सव के साथ-साथ नए सेशन की पढ़ाई शुरू होगी। हालांकि केंद्रीय विद्यालयों में गुरुवार से पढ़ाई शुरू हो चुकी है। खास बात यह है कि इन विद्यालयों में सम-विषम नियम के तहत विद्यार्थियों को बुलाया जा रहा है ताकि कोविड 19 के नियमों का पालन हो सके। विद्यालय के प्रवेश गेट पर ही विद्यार्थियों की थर्मल स्कैनिंग की जा रही है। वहीं, कुछ प्राइवेट स्कूल संचालक अपनी सुविधानुसार पढ़ाई शुरू करा चुके हैं और कुछ में सोमवार से पढ़ाई शुरू होगी। स्कूल संचालकों का कहना है कि वह सरकार की हिदायतों के मद्देनजर विद्यार्थियों को स्कूल बुला रहे हैं।