दस्तक संवाद के तहत वेबिनार और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से दिया संदेश, ‘यथा मतदाता तथा सरकार’- राजीव शर्मा

भोपाल,

12वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय, प्रेस नेटवर्क ऑफ इंडिया तथा मध्यप्रदेश प्रेस क्लब के संयुक्त तत्वावधान में एकदिवसीय ऑनलाइन व्याख्यान का आयोजन किया गया। मतदाता जागरुकता को लेकर आयोजित व्याख्यान:राष्ट्र के प्रति कर्त्तव्य बोध का दिन’ विषय पर केंद्रित रहा। जिसमें शहडोल संभाग के कमिश्नर श्री राजीव शर्मा ने कहा कि लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए मतदान की प्रक्रिया में नागरिकों की सजग सहभागिता आवश्यक है। नागरिक यदि जागरुक है तो वह अपनी मूल आवश्यकताओं पर खरी उतरने वाली सरकार चुनेगा परंतु अगर वह जागरुक नहीं है तो वह अपने वोट को थोड़े से लालच में आकर गलत जगह दे देगा। ऐसे में जो सरकार बनेगी वह कभी भी नागरिकों के प्रति कृतज्ञ भाव से काम नहीं करेगी। कहा जा सकता है कि मतदाता के रूप में आम नागरिकों का चरित्र ही अंततः सरकार का चरित्र बनता है।

राजीव शर्मा ने ‘भूतपूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त’ टी एन सेशन को कोट करते हुए कहा कि ‘जिस प्रकार गहन खोजबीन के बाद जिन मानकों के आधार पर आप अपने लिए दामाद चुनते हैं उसी तरह उच्च मानकों के आधार पर आपको अपना प्रतिनिधि भी चुनना चाहिए।’

इस अवसर पर भूतपूर्व कैबिनेट सचिव, भारत सरकार राधेश्याम जुलानिया ने कहा कि जब हम हमारे पड़ोसी अफगानिस्तान और पाकिस्तान जैसे देशों की राजनीतिक हालत देखते हैं तब हमें भारतीय लोकतंत्र पर अत्यधिक गौरव की अनुभूति होती है। परंतु लोकतंत्र को जो मतदाता सफल बनाने का काम करते हैं वो मतदान की ताकत के बारे में ठीक से अवगत नहीं हैं। शायद उन्हें नहीं पता कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के सबसे ताकतवर प्रधनामंत्री और मंत्रियों को वो ही बनाते हैं। ज्यादातर लोग दूसरों के कहे अनुसार इस आधार पर वोट डाल देते हैं कि कौन जीत रहा है। उन्हें इतनी समझ अभी नहीं है कि वो वोट डालेंगे तभी तो कोई जीतेगा। जुलानिया ने यह भी कहा कि वोट हमेशा अच्छे व्यक्ति को ही दें, फिर भले वह हार जाए। क्योंकि लोकतंत्र में जितना महत्व जीतने वाले व्यक्ति का है उतना ही हारने वाले व्यक्ति का भी है। हारने वाला उम्मीदवार विपक्ष के रूप में जीतने वाले व्यक्ति की मनमानी पर अंकुश लगाने का महत्वपूर्ण काम करता है। कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना मध्य प्रदेश के प्रशिक्षक राहुल सिंह परिहार ने अपने वक्तव्य में कहा कि मतदाता जागरुकता की पूरी प्रक्रिया में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त कैंपस अंबेसडरों के नेतृत्व में युवा स्वयंसेवक मतदाता जागरुकता अभियान को संचालित कर रहे हैं। जिसके लिए समय-समय पर माननीय राज्यपाल द्वारा उन्हें सम्मानित भी किया जाता रहा है।

तभी बनेगा देश महान, जब होगा जमकर मतदान

कार्यक्रम के संयोजक अजय प्रताप सिंह, एग्जीक्यूटिव एडिटर एवं संयुक्त सचिव मध्यप्रदेश प्रेस क्लब तथा कार्यक्रम अधिकारी गब्बर सिंह ने भी व्याख्यान में जुड़े युवाओं को संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन स्वयं सेवक मयंक साहू ने तथा आभार कार्यक्रम अधिकारी व डीन शिक्षा संकाय डॉ. रेखा गुप्ता ने किया l

नुक्कड़ नाटक से दिया शत- प्रतिशत मतदान का संदेश,  घर-घर जाकर बताई वोट की ताकत

जिला निर्वाचन अधिकारी जिला भोपाल के निर्देशानुसार जिलेभर में मतदाता जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी के अंतर्गत राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय भोपाल के स्वयंसेवकों ने बंगरसिया चौराहे तथा शासकीय माध्यमिक विद्यालय में मतदान के प्रति आमजन को जागरूक करने के उद्देश्य से नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया। नुक्कड़ नाटक में एक जागरूक नागरिक का अभिनय कर रहे अविनाश चौहान ने कहा कि ‘जो लोग मतदान करते हैं वो ही सरकार से अपने हक के लिए सवाल कर सकते हैं।’ वहीं जब ग्रामीण महिला का अभिनय कर रही साथी विश्वास द्वारा आंगनबाड़ी समय पर न खुलने की शिकायत पर जनप्रतिनिधि द्वारा अवहेलना पर एनजीओ संचालक की पात्र जन्नत खान ने उन्हें बताया कि सही व्यक्ति को वोट देना भी मतदाता जागरुकता ही है।

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