जाने लोग गंजे क्यों होते हैं ??

लाइफ स्टाइल,

गंजेपन के विषय में तरह-तरह की बातें प्रचलित हैं। कुछ लोग गंजेपन को वृद्धावस्था आने का लक्षण मानते हैं, कुछ दूसरे लोगों का कहना है कि गंजापन बुद्धिमानी की निशानी है। कुछ लोगों के अनुसार गंजा आदमी धनवान होता है और कुछ का विचार है कि गंजा आदमी मूर्ख होता है। गंजेपन का अर्थ कुछ भी हो, लेकिन यह निश्चित है कि गंजा आदमी अपने बालों को खोकर उस सौन्दर्य से वंचित हो जाता है, जो बालों के कारण उसे प्राप्त होता है।

गंजापन मुख्य रूप से दो प्रकार का होता है-स्थायी और अस्थायी। स्थायी गंजेपन के तीन कारण है। वंशानुगत, उम्र और एन्ड्रोजन हार्मोनों की कमी। स्थायी गंजापन त्वचा की कुछ बीमारियों के फलस्वरूप भी हो जाता है। भयानक चोट लगने या कुछ रासायनिक पदार्थों की प्रक्रिया के फलस्वरूप मी स्थायी गंजापन आ जाता है। एन्ड्रोजन हार्मोन केवल पुरुषों में होते हैं इसलिए पुरुषों की तुलना में स्त्रिया बहुत कम गंजी होती है। एन्ड्रोजन हार्मोनों के कारण पैदा होने वाले गंजेपन को इन हार्मोनों को देने से रोका जा सकता है।

अस्थायी गंजापन टाइफाइड, निमोनिया, इनएलएन्जा, तेज बुखार, आदि बीमारियों के कारण होता है। इन बीमारियों से पैदा हुई कमजोरी के कारण बाल झड़ने लगते हैं लेकिन जैसे-जैसे शरीर में शक्ति आती है, वैसे-वैसे बाल उगने शुरू हो जाते हैं। अस्थायी गंजापन एक्स किरणों, कुछ औषधियों, त्वचा की बीमारियों और भोजन की कमी के कारण भी हो जाता है। बालों की सफाई में असावधानी और अंतः ग्रावी ग्रंथियों में गड़बड़ी पैदा हो जाने के कारण भी गंजापन पैदा हो जाता है। बालों की सही तरीके से देखभाल करके गंजेपन पर कुछ हद तक काबू पाया जा सकता है। अभी तक गंजेपन के इलाज के लिए औषधियों का विकास नहीं हो पाया है।

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