जातीय जनगणना पर पीएम मोदी के जवाब का इंतजार, PM मैटेरियल पर बोले नीतीश कुमार, ये सब फालतू की बातें

पटना
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जातीय जनगणना कराने के आग्रह पर प्रधानमंत्री का कोई जवाब नहीं आया है। निर्णय तो उनलोगों को लेना है। अभी तक कोई जानकारी नहीं आई है। हम इंतजार कर रहे हैं। अभी जनगणना प्रारंभ नहीं हुआ है। जातीय जनगणना पर हर प्रांत में यह बात कही जा रही है। सीएम नीतीश ने यह बात पत्रकारों द्वारा इस मुद्दे पर पूछे गए सवाल पर कही।  मुख्यमंत्री मंगलवार को दरभंगा और मधुबनी के बाढ़ इलाके का सर्वेक्षण कर लौटने पर पटना एयरपोर्ट परिसर में पत्रकारों से बात कर रहे थे।   पीएम मैटेरियल के संबंध में पूछे गये सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ये सब फालतू बातें हैं। इसकी चर्चा मत कीजिए। पार्टी की मीटिंग में नेता लोगों को जो मन में आता है, वे बोल देते हैं। हमलोगों की पार्टी की मीटिंग इसके लिए नहीं थी, बल्कि दूसरे काम के लिए मीटिंग बुलाई गई थी। पार्टी के अध्यक्ष के निर्वाचन का अनुमोदन और पार्टी के संविधान में संशोधन के साथ ही जातिगत जनगणना को लेकर मीटिंग में चर्चा हुई। कहा कि पार्टी के किसी नेता के बोलने का मतलब यह नहीं है कि यह पूरी पार्टी का निर्णय है। इसे लेकर क्षमा कीजिएगा, हम इन सब बातों को नहीं जानते हैं। 

बाढ़ सर्वेक्षण को लेकर पूछे गये सवाल पर सीएम नीतीश ने कहा कि हम तो सब जगह जाते रहते हैं। दरभंगा और मधुबनी का एरियल भी किया और फिर नीचे जाकर भी देखा। बाढ़ प्रभावितों के लिए एक-एक इंतजाम किया जा रहा है। प्रति परिवार छह-छह हजार रुपए दिये जाने के साथ अन्य सुविधाएं घरों में भी दी जा रही हैं। कोरोना काल में बेरोजगारी की समस्या को लेकर पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के कारण पूरी दुनिया की क्या स्थिति हुई है वो सबको मालूम है। राज्य में भी इसका प्रभाव पड़ा है। इस कारण कई कार्यों को प्रतिबंधित करना पड़ा था। अब हमने बिहार में 25 अगस्त के बाद सब कुछ खोल दिया है। सभी लोगों से कोरोना प्रोटोकाल का पालन करने की अपील की है। कोरोना के कारण काफी लोग प्रभावित हुए और कई की जानें चली गईं। सीएम नीतीश ने कहा कि काम अवरुद्घ होने से कई प्रकार का नुकसान होता है। पिछले डेढ़ वर्षों से कोरोना का दौर चल रहा है, जिसके कारण काफी नुकसान हुआ है। कोरोना के कारण लोगों को कई प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। लोगों को राहत और रोजगार देने को लेकर काम किया जा रहा है। कोरोना काल के बाद रोजगार को लेकर समस्याएं शुरू होने के सवाल पर कहा कि दुनिया भर की स्थिति सबको मालूम है। काम अवरुद्ध होगा तो स्वभाविक रूप से कई प्रकार का नुकसान होता है। हो ही रहा है। पिछले डेढ़ साल से भी ज्यादा समय से यह चल रहा है। पर, किस प्रकार से लोगों को राहत दी जाय, उन्हें काम मिले इसके लिए लिये कार्य किये जा रहे हैं। वैशाली में अशोक स्तंभ जलमग्न है, के सवाल पर कहा कि सबलोगों को कहा हुआ है। एक-एक चीज देखने को कहा गया है। जल संसाधन, आपदा प्रबंधन और प्रशासन लगा हुआ है। एक महीना और है, जो खतरनाक स्थिति होती है। हर समय अलर्ट रहना है।

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