छत्तीसगढ़ी संस्कृति से सजी मया होगे रे-विजय मिश्रा

रायपुर

छत्तीसगढ़ के फिल्म जगत में फिल्म”मया होगे रे” भी दर्ज हो गई। प्रदेश भर में एक साथ बाईस शहरों में इसका प्रदर्शन शानदार रहा। कर्णप्रिय गीत,संगीत, कलाकारों का प्रभावी अभिनय,निर्देशन सहित,लोकेशन, पटकथा,वेशभूषा,नृत्य के साथ पूरी टीम ने लाजवाब हूनर के मालिक होने का पुख्ता प्रमाण फिल्म में दिया है।उक्त जानकारी वरिष्ठ रंगकर्मी फिल्म अभिनेता विजय मिश्रा ‘अमित’ ने दी।
उन्होंने बताया कि दूरदराज़ से आए ग्रामीण दर्शकों के साथ साथ नगरीय दर्शकों ने दिल खोलकर कर फिल्म की तारीफ की।सभी ने एक सूर में “मया होगे रे” फिल्म को विशुद्ध पारिवारिक, पारम्परिक रीतिरिवाज़ों से गुम्फित और संदेश वाहक निरूपित किया।
फिल्म में दोहरे नायक प्रकाश अवस्थी, भूपेश चौहान, खलनायक लकी रघुवंशी नायिका सोनाली सहारे के प्रति त्रिकोणीय प्रेम का रोमांचक ताना बाना बुना गया है।कहानी की गति को अपने सधे हुए अभिनय से सलीम अंसारी,पुष्पेंद्र सिंह, योगेश अग्रवाल,उपासना वैष्णव,उर्वशी साहू,विजय मिश्रा, दीपाली पांडे,दादू साहू ने अंत तक बनाए रखा।
पूरी फिल्म में छत्तीसगढ़ी रंग को बनाए हुए निर्देशक शेखर चौहान नीतिश लहरी ने बता दिया कि छालीवुड को भविष्य में भी ऐसे ही छत्तीसगढ़ी संस्कृति से सजी संवरी फिल्म की आवश्यकता है। निर्माता बंधुओं सर्वश्री हेमंत जैन सुभाष बंसल विशेष बधाई के पात्र हैं, जिनके सहयोग के बिना ऐसी साफ सुथरी फिल्म बन नहीं सकती थी। कोरियोग्राफर संजू तांडी,विलास राउत,कैमरा डायरेक्टर जानसन अरुण संजय महतो ने बेहतरीन काम का प्रदर्शन किया है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here