गांवों में बंद पड़ी नलजल योजनाएं, कहीं बिजली कटी तो कहीं पंप खराब

भोपाल
गर्मियों का मौसम चल रहा है और प्रदेश के ग्रामीण अंचलों में कई जगह बिजली ना होने से तो कई जगह मोटर पंप खराब होने से नलजल योजनाएं बंद है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव ने बंद नलजल योजनाओं को शीघ्र शुरु करने के निर्देश दिए है।

प्रमुख सचिव ने जब गर्मियों में पेयजल संकट को लेकर ग्रामीण अंचलों की समीक्षा की तो पता चला कि बड़वानी,मुरैना और शहडोल में एक-एक तथा टीकमगढ़ में ग्रामीण अंचलों की दो नलजल योजनाएं बिजली नहीं होने के कारण बंद चल रही है। प्रमुख सचिव ने इन जिलों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देश दिए है कि जहां बिजली बिल भुगतान ना होने से कटी हो वहां भुगतान कर चालू कराया जाए और जहां अन्य कारणों से बिजली नहीं है वहां सुधार कर नलजल योजना चालू की जाए।

प्रदेश के कई जिलों में मोटर पंप खराब होने से नलजल योजना बंद पड़ी है। जिन स्थानों पर यह समस्या है उनमें नरसिंहपुर में एक, सीधी में छह, बालाघाट में दो, शहडोल में तीन, टीकमगढ़ में दो, दमोह में दो, भिंड में दस, शिवपुरी में एक नलजल योजना बंद है। इन नलजल योजनाओं के बंद होंने पर प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव ने नाराजगी जाहिर करते हुए सभी जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से यहां तत्काल कार्यवाही कर नलजल योजना शुरु करने के निर्देश दिए है।

प्रदेश के जिन ग्रामीण अंचलों में संचालित नलजल योजनाएं जलस्रोत असफल होने के कारण बंद पड़ी है वहां नलजल योजनाओं के लिए नऐ स्रोत की व्यवस्था करने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग से समन्वय कर जलस्रोत का इंतजाम करने को कहा गया है।

प्रदेश की पंचायतों में मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम 2020-21 के लिए मां की बगिया के आवंटित लक्ष्य के अनुसार स्कूलों का चिन्हांकन करने को कहा गया है ताकि मानसून प्रारंभ होने से पूर्व ही मां की बगिया का काम पूरा हो जाए। मध्यशन भोजन कार्यक्रम के अंतर्गत मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम परिषद से फरवरी तक का खाद्यान्न आवंटित कर दिया गया है। सभी जिला पंचायत सीईओ को कहा गया है कि खाद्यान्न वितरण का काम विद्यार्थियों को तत्काल प्रारंभ कराएं।

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