नई दिल्ली,
दिल्ली में बेकाबू कोरोना संक्रमण और बाजारों में उमड़ने वाली भीड़ को काबू करने के लिए दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने शुक्रवार को नई गाइडलाइंस जारी की हैं। गैर आवश्यक वस्तुएं बेचने वाली दुकानों के खुलने में सम-विषम नियम का उल्लंघन होने के मद्देनजर डीडीएमए ने शुक्रवार को सभी जिलाधिकारियों को अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में पड़ने वाली सभी दुकानों को संख्याबद्ध करने को कहा है।
दिल्ली में कोरोना की नई गाइडलाइंस के मुताबिक, गैर-जरूरी सामानों वाले बाजारों/परिसरों और मॉल में दुकानों को सुबह 10 से रात 8 बजे के बीच ऑड-ईवन के आधार पर खोलने की अनुमति होगी। वहीं प्रतिदिन क्षेत्र में केवल एक अधिकृत साप्ताहिक बाजार की अनुमति होगी, लेकिन उसमें भी सामान्य समय पर अनुमत विक्रेताओं की 50% सीमा से अधिक संख्या नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही डीडीएमए ने जिलाधिकारियों और अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने को भी कहा है कि कोविड-19 प्रोटोकॉल के बाद किसी नगर निकाय क्षेत्र में सिर्फ एक साप्ताहिक बाजार के खुलने को सुनिश्चित किया जाए। इस दौरान सभी को कोरोना नियमों का सख्ती से पालन करना होगा।
डीडीएमए ने कहा, ‘यह पाया गया है कि उक्त निर्देशों का उपयुक्त रूप से अनुपालन नहीं किया जा रहा है तथा यह देखा गया कि दुकानें समय-विषम नियम का अनुपालन किए बगैर खोली जा रही हैं। इसलिए, सभी जिलाधिकारियों को अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में पड़ने वाली सभी दुकानों को 24 घंटों के अंदर संख्याबद्ध करने का निर्देश दिया गया है।’ दुकानदारों और बाजार में आने वालों को मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि, प्राधिकरण ने 28 दिसंबर को अपने आदेश में निर्देश दिया था कि गैर आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं से संबद्ध दुकानें एवं प्रतिष्ठान, मॉल तथा साप्ताहिक बाजारों को उनकी संख्या के आधार पर सम-विषम नियम के मुताबिक एक-एक दिन के अंतराल के बाद खोले जाने की अनुमति दी जाएगी।
Govt of NCT of Delhi: Shops in markets/complexes and malls dealing with non essential goods, shall be allowed to open on odd-even basis between 10 am to 8 pm. Only one authorized weekly market (up to 50% limit of allowed vendors at normal time) per day zone shall be allowed pic.twitter.com/csZkPWGo0u
— ANI (@ANI) January 7, 2022
दिल्ली में आज कोविड-19 के करीब 17 हजार मामले आ सकते हैं : सत्येंद्र जैन
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के करीब 17,000 मामले आने की आशंका है और संक्रमण दर 17 प्रतिशत के आसपास रह सकती है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में सबसे पहले संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखी गई क्योंकि ज्यादातर अंतरराष्ट्रीय उड़ानें राजधानी में आती हैं। जैन ने कहा, ‘‘मैं आपको आंकड़े दे सकता हूं, जो मेरे पास हैं। दिल्ली में करीब 31,498 मरीज उपचाराधीन हैं और अस्पतालों में केवल 1,091 मरीजों का इलाज चल रहा है। पिछली बार इतने ही मामले थे तो अस्पतालों में करीब 7,000 मरीज भर्ती थे।’’ विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप को ‘‘हल्का’’ बताए जाने के संदर्भ में मंत्री ने कहा कि केवल विशेषज्ञ ही यह बता पाएंगे कि यह हल्का है या नहीं।
दिल्ली में जनवरी के पहले छह दिन में कोविड से 20 लोगों की मौत
दिल्ली में जनवरी के पहले छह दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते 20 लोगों की मौत हुई है। आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। आंकड़ों के अनुसार, इनमें से 8 लोगों की मौत 5 जनवरी को हुई। ये मौतें मौटे तौर पर ओमीक्रोन स्वरूप के कारण कोविड मामलों में वृद्धि के बीच हुई हैं। गुरुवार को जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, दिल्ली में कोविड-19 के कारण अब तक 25,127 लोगों की मौत हो चुकी है। गत 31 दिसंबर को मृतकों की संख्या 25,107 थी। गुरुवार को दिल्ली में संक्रमण के 15,097 मामले सामने आए थे। संक्रमण दर 15.34 प्रतिशत रही थी और छह रोगियों की मौत हुई थी।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में 1, 2 और 3 जनवरी को एक-एक रोगी की मौत हुई। चार जनवरी को तीन, 5 जनवरी को आठ और 6 जनवरी को छह रोगियों ने दम तोड़ा। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने गुरुवार को पत्रकारों से कहा था कि राष्ट्रीय राजधानी में अभी तक ‘ओमीक्रोन’ से संक्रमित किसी मरीज की मौत की पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने कहा था कि दिल्ली में मामलों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ रही है, लेकिन राजधानी में अभी लॉकडाउन लागू किए जाने जैसी स्थिति नहीं है। इस बीच, स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि जहां तक कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि का सवाल है, ”यह फिलहाल जंगल में लगी आग की तरह है।”
अपोलो अस्पताल में वरिष्ठ सलाहकार डॉ.सुरनजीत चटर्जी ने कहा, ”कम से कम 2 महीने तक ऐसा रहने की आशंका है, और पिछले कुछ दिनों में हमारे अस्पताल में मरीजों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। चूंकि मामलों की संख्या में भारी वृद्धि देखी गयी है, इसलिए अधिक संख्या में मौतें भी हो रही हैं।” उन्होंने कहा कि पिछले दो दिन में उन्होंने करीब 35 कोविड मरीज देखे हैं। खुद भी वायरस की चपेट में आ चुके चटर्जी ने कहा, ”सभी प्रकार के रोगी युवा, बूढ़े, बच्चे, टीके की दोनों खुराक ले चुके लोग, संक्रमण से उबर चुके लोग अस्पताल में आ रहे हैं। यहां तक कि वे लोग भी संक्रमित हो रहे हैं, जो विदेश में बूस्टर खुराक ले चुके हैं। अभी यह जंगल में लगी आग की तरह है।